MLC Election 2022: अलीगढ़ (Aligarh) में विधान परिषद चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी-रालोद (Samajwadi Party) गठबंधन से जसवंत सिंह यादव को प्रत्याशी बनाया गया है. जसवंत सिंह यादव ने कल 21 मार्च को अपना नामांकन कलेक्ट्रेट स्थित कार्यालय में दाखिल कर दिया था. सपा प्रत्याशी की तरफ से 10 प्रस्तावकों के सिग्नेचर फॉर्म पर किए गए थे.


क्या हुआ तय
बीजेपी ने सपा के उन प्रस्तावकों के फर्जी साइन होने का आरोप लगाया. जिस पर जिला प्रशासन द्वारा सपा प्रत्याशी पर ऑब्जेक्शन लगा दिया गया. इसको लेकर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट का घेराव किया. जिसके बाद चुनाव आयोग के ऑब्जर्वर और अन्य अधिकारियों ने दोनों ही पक्षों से बातचीत के बाद यह तय किया कि समाजवादी पार्टी कल सुबह 10 बजे तक अपने सारे प्रस्तावकों को उनके सामने पेश करेगी. इसके बाद समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता चले गए.


क्या बोले बीजेपी प्रत्याशी
बीजेपी के जिला अध्यक्ष व एमएलसी प्रत्याशी ऋषि पाल सिंह ने कहा कि हमारे समाजवादी पार्टी के मित्र ने कल आवेदन किया. एक फॉर्म पर 10 लोगों के हस्ताक्षर कराए जो प्रस्तावक चाहिए थे. वास्तव में उनके पास 10 प्रस्तावक नहीं थे और फर्जी तरीके से उन्होंने साइन किए थे. जब हमारी जानकारी में आया तो हमने आपत्ति दर्ज की तो जैसे तैसे दो लोगों को उठा कर लाए और उसको दर्ज कर दिया गया. अभी हमारी आपत्ति बरकरार है कि अन्य लोगों को प्रस्तुत किया जाए.


क्या बोले सपा प्रत्याशी
समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष गिरीश यादव ने बीजेपी के आरोपों पर कहा कि एक नोटिस मिला था. ऑब्जेक्शन लगा है जो बीजेपी के प्रत्याशी है ऋषि पाल सिंह जी उनके प्रतिनिधि द्वारा के इसमें तीन लोगों के सिग्नेचर फर्जी हैं और आप इसका जवाब तीन बजे तक दें. हमने उस लेटर का जवाब 2:41 बजे पर प्रशासन को दे दिया. उसके साथ-साथ तीन लोग बताए थे. उसमें से दो प्रस्तावक गुड्डी देवी और सरबती देवी आपके सामने खड़ी है. यहां उनके बयान दर्ज किए गए हैं कि जो उन्होंने कल यहां पर आकर सिग्नेचर किए थे और जो फोटोग्राफी हुई थी. 


क्या है समस्या
लेकिन यह लोग निश्चित रूप से सत्ता के दबाव में और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी जसवंत सिंह यादव जी का पर्चा खारिज कराने की कोशिश कर रहे हैं. अब यह कह दिया गया है कि आप सुबह कल 10 बजे तक तीसरे प्रस्तावक को और लेकर आइए. वह यहां से 70 किलोमीटर दूर है. उसके बावजूद जो हमें आरो का लेटर मिला है जो इस लेटर का जवाब दीजिए. हमने तीन तक जवाब दे दिया है. यहां के प्रशासन को हाथरस के जो आरोप है उनसे भी सूची मांगी गई है कि यह जो सिग्नेचर है तीनों के यह सही है या गलत है. वहां से रिपोर्ट आई है कि वह तीनों सिग्नेचर सही है लेकिन उसको भी मानने को प्रशासन तैयार नहीं है.


क्या बोले ऑब्जर्वर
वहीं चुनाव आयोग के ऑब्जर्वर ने कहा कि सपा के तीन प्रस्तावकों के हस्ताक्षर पर बीजेपी के जो कैंडिडेट प्रतिनिधि हैं. उन्होंने आपत्ति उठाई थी उसका समाधान हो रहा था. जो दो प्रस्तावक उपस्थित हो गए. उनके हस्ताक्षर का मिलान कर लिया गया, वह सही पाया गया. एक उपस्थित नहीं हुआ, वह बताया गया कि 70 किलोमीटर दूर है. नियम यह है हम कल 11 बजे तक का समय दे सकते हैं. उन्हें 11 बजे तक का समय है, 11 बजे के बाद हम निस्तारण कर देंगे.


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