UP MLC Election 2022: समाजवादी पार्टी ने आगामी विधान परिषद चुनाव के लिए बड़ी चाल चली है. पार्टी ने कीर्ति कोल को प्रत्याशी घोषित किया है. राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ वोट करने के बाद आप उत्तर प्रदेश में होने वाले विधान परिषद चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने संख्या बल ना होते हुए भी अपना उम्मीदवार उतारा.


इस बाबत समाजवादी पार्टी ने एक ट्वीट में कहा- "आगामी उत्तर प्रदेश विधानपरिषद उपचुनाव में श्रीमती कीर्ति कोल जी सपा की अधिकृत उम्मीदवार होंगी. कीर्ति मिर्जापुर की छानबे विधानसभा से सपा की प्रत्याशी रह चुकीं हैं और आदिवासी समाज का प्रतिनिधित्व करती हैं. कोल  01 अगस्त को अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगी."


सपा ने बीजेपी द्वारा प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद यह फैसला किया. बीजेपी ने शनिवार को उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम का एलान किया. पार्टी ने विधान परिषद उपचुनाव के लिए उत्तर प्रदेश से धर्मेंद्र सिंह सैंथवार और निर्मला पासवान को चुनावी मैदान में उतारा है.


बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव और मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह ने उत्तर प्रदेश के उम्मीदवारों की सूची जारी करते हुए अपने बयान में कहा कि, बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति ने उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी विधान परिषद उपचुनाव- 2022 के लिए धर्मेंद्र सिंह सैंथवार और निर्मला पासवान के नाम पर स्वीकृति दी है. 


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क्यों खाली हुई थी सीट?
दरअसल, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के सदस्य अहमद हसन के निधन और बीजेपी के ठाकुर जयवीर सिंह के इस्तीफे की वजह से विधान परिषद की दो सीटें रिक्त हो गई थी.  चुनाव आयोग ने 18 जुलाई को इन तीनों सीटों पर उपचुनाव करवाने की घोषणा की थी. आयोग की घोषणा के मुताबिक, इन तीनों सीटों पर 25 जुलाई से निर्वाचन प्रक्रिया शुरू हो गई है और 11 अगस्त को इन सीटों के लिए मतदान होना है. उत्तर प्रदेश विधान सभा और कर्नाटक विधान सभा के आंकड़ों के आधार पर देखा जाए तो इन तीनों ही सीटों पर बीजेपी उम्मीदवारों का जीतना तय माना जा रहा है.


उत्तर प्रदेश की बात करें तो, अखिलेश यादव और ओम प्रकाश राजभर की तनातनी को देखते हुए यह कयास लगाए जा रहे थे कि बीजेपी इनमें से एक सीट पर राजभर के बेटे को चुनाव लड़ा सकती है, लेकिन पार्टी ने इस उपचुनाव के लिए अपने कैडर के नेता पर ही दांव लगाना उचित समझा.


गोरखपुर से ताल्लुक रखने वाले धर्मेंद्र सिंह सैंथवार का राजनीतिक सफर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से शुरू हुआ था और वो पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्ष जैसा अहम दायित्व भी संभाल चुके हैं. वहीं कौशांबी से ताल्लुक रखने वाली निर्मला पासवान पार्टी की क्षेत्रीय उपाध्यक्ष हैं और उन्हे अनुसूचित जाति का बड़ा नेता माना जाता है.


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