UP MLC Election 2023: यूपी एमएलसी चुनाव की लड़ाई हुई दिलचस्प, बीजेपी-सपा के बीच कड़ा मुकाबला, शिक्षक संघ ने बढ़ाई चुनौती
UP Politics: यूपी में शिक्षक स्नातक कोटे की 5 एमएलसी सीटों पर चुनाव प्रचार जारी है. इनमें शिक्षक खंड की 2 और स्नातक खंड की 3 सीटें हैं. इन 5 सीटों के लिए 30 जनवरी को वोट डाला जाएगा.

UP MLC Election 2023: बीजेपी ने 2024 (Loksabha Election 2024) के लिए यूपी में मिशन 80 का लक्ष्य रखा है, लेकिन उससे पहले इन दिनों बीजेपी (BJP) मिशन 5 पर लगी हुई है. दरअसल उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की शिक्षक स्नातक कोटे की 5 सीटों पर 30 जनवरी को चुनाव होना है और ऐसे में बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत इन सभी सीटों को जीतने में झोंक दी है. वहीं मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) भी इस कोशिश में है कि वह इस चुनाव में कम से कम एक सीट तो जरूर जीत ले जिससे विधान परिषद में उसके नेता विरोधी दल की कुर्सी पक्की हो जाए.
उत्तर प्रदेश में इन दिनों शिक्षक स्नातक कोटे की 5 एमएलसी सीटों पर चुनाव प्रचार जारी है. इनमें शिक्षक खंड की 2 सीटें हैं जबकि स्नातक खंड की 3 सीटें हैं. इन 5 सीटों के लिए 30 जनवरी को वोट डाला जाएगा. पांचों सीट को जीतने के लिए बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. पार्टी के बड़े पदाधिकारी सांसद विधायक तो लगातार इन 5 सीटों पर डटे ही हैं वहीं सरकार के मंत्री भी ताबड़तोड़ दौरे और बैठक कर रहे हैं.
दिग्गजों की मैराथन बैठकों का दौर जारी
पांच सीटों पर चुनाव के लिए प्रचार कल समाप्त होगा लेकिन उससे पहले आज यूपी के दोनों को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक जहां जालौन झांसी और कानपुर उन्नाव का दौरा कर रहे हैं तो वहीं कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह फतेहपुर में इस चुनाव को लेकर बैठक कर रहे हैं. दरअसल बीजेपी की कोशिश है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले इन 5 सीटों को जीता जाए जिससे विपक्षी दलों पर एक दबाव बने और इसके साथ ही प्रबुद्ध वर्ग के जरिए वोटरों को यह संदेश दिया जाए कि बीजेपी आज भी लोगों की पहली पसंद बनी हुई है.
हाल ही में बीजेपी की जब प्रदेश कार्यसमिति की बैठक हुई तो उसमें भी एमएलसी के ये 5 सीटें मुख्य एजेंडे में रखी गई. दरअसल इन 5 सीटों में प्रदेश के कुल 39 जिले आते हैं और पार्टी ने अपने सभी स्थानीय विधायकों और सांसदों की ड्यूटी तो इस चुनाव में लगाई वहीं जब मुख्यमंत्री ने भी 18 मंडलों की समीक्षा बैठक की तो सभी जनप्रतिनिधियों से साफ तौर पर कहा कि इन 5 सीटों पर बीजेपी को जीत मिले इसके लिए सबको जुट कर काम करना है.
एमएलसी की पांचों सीटों पर बीजेपी की नजर
जिन 5 सीटों पर चुनाव हो रहा है उनमें से 3 सीटें तो पहले से ही बीजेपी के ही खाते में रही है, जबकि 2 शिक्षक खंड की सीटों पर बीजेपी पहली बार अपने उम्मीदवार लड़ा रही है. वहीं कानपुर शिक्षक सीट पर बीजेपी के भीतर विरोध के सुर भी देखने को मिले थे. हालांकि पार्टी का साफ़ तौर पर कहना है कि इसका कोई प्रभाव इस चुनाव पर नहीं पड़ेगा, लेकिन लंबे समय से शिक्षक खंड की सीटों पर शिक्षक गुटों का कब्जा रहा है और इस बार बीजेपी उनके वर्चस्व को कैसे तोड़ेगी ये उसके सामने एक बड़ी चुनौती है.
वर्तमान में विधान परिषद में बीजेपी के सदस्यों की संख्या अब तक की सर्वाधिक है. परिषद में उसके कुल सदस्य 75 है, जबकि समाजवादी पार्टी के विधान परिषद में इस वक्त 9 सदस्य ही हैं और नेता विरोधी दल की कुर्सी के लिए कम से कम 10 सदस्य होने आवश्यक है इसीलिए इन 5 सीटों पर सपा ने भी अपनी पूरी एनर्जी लगाई हुई है. खुद प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल बीते 5 दिनों से अलग-अलग जिलों का दौरा कर रहे हैं बैठक कर रहे हैं इसके अलावा पार्टी ने सीनियर नेताओं को अलग-अलग जिलों का प्रभारी भी बनाया है. नरेश उत्तम लगातार यही दावा कर रहे हैं कि इन पांचों सीटों पर सपा ही जीतेगी.
दिलचस्प हुई एमएलसी चुनाव की लड़ाई
उत्तर प्रदेश में उच्च सदन की लड़ाई काफी दिलचस्प हो गई है क्योंकि जहां बीजेपी ने पहली बार शिक्षक खंड निर्वाचन की सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे है तो वहीं समाजवादी पार्टी भी जोरदार टक्कर देने की तैयारी में है जबकि शिक्षक गुट की भी अपनी तैयारी है ऐसे में अब सभी को इंतजार 30 जनवरी का है जब इन सीटों पर वोटिंग होगी.
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