MLC Eelction 2023 Results: उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की पांच सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) की एकतरफा जीत के बाद प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है. एक ओर जहां बीजेपी इसे जनता का आशीर्वाद बता रही है तो वहीं समाजवादी पार्टी (Samjwadi Party) ने चुनाव में बेईमानी के आरोप लगाए हैं. उधर, राज्य के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने चुनाव में मिली जीत की खुशी का इजहार करते हुए सपा पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि समाज को बांटने का जहर बेअसर हो गया.
डिप्टी सीएम ने ट्वीट किया कि MLC चुनाव में भाजपा की एकतरफ़ा जीत लोगों के भरोसे की जीत,सपा पाँच MLC सीटों में एक भी नहीं जीत सकी, यह डूबता जहाज़ इसका कोई भविष्य नहीं बचा,सबका साथ सबका विकास की जीत, सपा का समाज को बाँटने का ज़हर बेअसर हो गया,अखिलेश यादल गुंडों के बूते यूपी चुनावों में जीत का युग समाप्त!
क्या सीएम योगी आदित्यनाथ हैं पीएम पद के दावेदार? खुद दिया ये जवाब
इससे पहले डिप्टी सीएमने कहा था कि शिक्षक और स्नातक एमएलसी चुनाव में बीजेपी की बंपर जीत नें आज फिर साबित कर दिया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हर वर्ग का अटूट विश्वास है. "ब्रांड मोदी" की चमक और बढ़ रही है!
सीएम ने दी थी बधाई
इसके अलावा सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी जीत की बधाई दी थी. सीएम ने कहा था- उत्तर प्रदेश विधान परिषद के चुनाव में विजयी सभी प्रत्याशियों को हार्दिक बधाई! राज्य विधान मण्डल के उच्च सदन के लिए हुए चुनाव में भाजपा प्रत्याशियों को मिली यह जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली डबल इंजन सरकार के प्रति अथाह जन विश्वास की प्रतीक है.
सीएम ने कहा था कि लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति गहरी आस्था रखने वाले कर्मठ सदस्यों की उपस्थिति उ.प्र. विधान परिषद की गरिमा को बढ़ाएगी. नए सदस्यों के सार्वजनिक जीवन का सुदीर्घ अनुभव 'नए भारत के नए उत्तर प्रदेश' के निर्माण में सहयोगी सिद्ध होगा. आप सभी के उज्ज्वल भविष्य के प्रति मेरी शुभकामनाएं!
अखिलेश ने बोला हमला
हालांकि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एमएलसी चुनाव में मिली हार के बाद बीजेपी पर हमला बोला और कहा कि बीजेपी बेईमानी कर ले और बेईमानी की बधाई एक दूसरे को दे. यह पहला चुनाव नहीं है, इससे पहले भी ऐसे चुनाव हुए हैं. सपा मुखिया अखिलेश यादव ने शुक्रवार को स्नातक और शिक्षक खण्ड के निर्वाचन क्षेत्र के एमएलसी चुनाव पर कहा कि बीजेपी बेईमानी कर ले और बेईमानी की बधाई एक दूसरे को दे. यह पहला चुनाव नहीं है, इससे पहले भी ऐसे चुनाव हुए हैं. जिला पंचायत चुनाव में भी कीमत लगाई गई, ब्लाक प्रमुख के चुनाव में पर्चें नहीं भरने दिए गए. एमएलसी चुनाव में डीएम एसपी और पुलिस प्रशासन चुनाव लड़ता रहा. मतदाताओं को वोट डालने से रोका गया.