UP MLC Election 2024: उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की 13 सीट पर होने वाले चुनाव के लिए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने सात उम्मीदवारों की सूची शनिवार को जारी की. पार्टी ने तीन सदस्यों को फिर से मौका दिया गया है तथा चार नये उम्मीदवार उतारे हैं. पार्टी ने सूची में क्षेत्रीय और जातीय संतुलन भी साधने की कोशिश की है.
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह द्वारा जारी की गयी विधान परिषद उम्मीदवारों की सूची में विजय बहादुर पाठक, डॉक्टर महेंद्र कुमार सिंह, अशोक कटारिया, मोहित बेनीवाल, धर्मेन्द्र सिंह, रामतीरथ सिंघल और संतोष सिंह के नाम हैं. इनमें ज्यादातर नाम संगठन से जुड़े नेताओं के हैं. भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विजय बहादुर पाठक, पूर्व मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह और अशोक कटारिया 18 मई 2018 को विधान परिषद सदस्य चुने गये थे और पांच मई 2024 को इन तीनों का कार्यकाल समाप्त होगा.
इन्हें पहली बार मिला मौका
इसके अलावा पश्चिमी क्षेत्र के भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल, प्रदेश भाजपा में मीडिया के सह प्रभारी धर्मेंद्र सिंह, झांसी के पूर्व महापौर रामतीरथ सिंघल और भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष सिंह को पहली बार मौका दिया गया है. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि भाजपा ने जल्द होने वाले लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत इन उम्मीदवारों के जरिये क्षेत्रीय और जातीय संतुलन साधने की कोशिश की है.
मसलन प्रत्याशियों के चयन में जहां दो क्षत्रिय (राजपूत) डॉक्टर महेन्द्र सिंह एवं संतोष सिंह, एक ब्राह्मण विजय बहादुर पाठक, एक भूमिहार धर्मेद्र सिंह, एक गुर्जर अशोक कटारिया, एक जाट मोहित बेनीवाल और एक वैश्य रामतीरथ सिंघल को मौका दिया है. वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश का भी संतुलन बनाया गया है. धर्मेन्द्र सिंह (वाराणसी), विजय बहादुर पाठक (गोरखपुर) और संतोष सिंह (बस्ती) के निवासी हैं, जबकि महेंद्र सिंह (प्रतापगढ़ एवं लखनऊ) के हैं. मोहित बेनीवाल और अशोक कटारिया पश्चिमी उत्तर प्रदेश से आते हैं एवं रामतीरथ सिंघल झांसी (बुंदेलखंड) के रहने वाले हैं.
प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में मौजूदा समय में 399 सदस्य हैं. राज्य विधानसभा में भाजपा और समाजवादी पार्टी सबसे बड़े दल हैं. भाजपा के 252 और सपा के 108 विधायक हैं. सपा की गठबंधन सहयोगी कांग्रेस के पास दो सीटें हैं. भाजपा की सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के पास 13, निषाद पार्टी के पास छह, राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के पास नौ और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के पास छह विधायक हैं.
10 सीटों पर बीजेपी की जीत तय
इसके अलावा जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के पास दो और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पास एक सीट है. फिलहाल विधानसभा में चार सीटें खाली हैं. एक अधिकारी ने बताया कि विधान परिषद के लिए निर्वाचित होने की खातिर एक उम्मीदवार को लगभग 29 प्रथम-वरीयता मतों की आवश्यकता होगी. इस स्थिति में भाजपा 10 सीटें और सपा तीन सीटें जीत सकती है.
सूत्रों ने बताया कि भाजपा ने अपने सात उम्मीदवार घोषित किये हैं लेकिन तीन सीटें वह अपने गठबंधन के सहयोगी दलों अपना दल (एस), राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के लिए छोड़ सकती है. अपना दल (एस) के कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल का कार्यकाल पांच मई 2024 को समाप्त हो रहा है.
इनका खत्म हो रहा कार्यकाल
प्रदेश में विधान परिषद की जिन 13 सीटों पर चुनाव होने जा रहा है उनपर इस समय आशीष पटेल के अलावा यशवंत, विजय बहादुर पाठक, विद्यासागर सोनकर, डॉक्टर सरोजिनी अग्रवाल, नरेश चंद्र उत्तम, भीमराव आंबेडकर, अशोक कटारिया, अशोक धवन, बुक्कल नवाब, महेंद्र कुमार सिंह, मोहसिन रजा और निर्मला पासवान आसीन हैं.
विधान परिषद चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया 11 मार्च को समाप्त हो जाएगी और नामांकन पत्रों को वापस लेने की आखिरी तारीख 14 मार्च तय की गयी है. अगर जरूरी हुआ तो राज्य की 13 सीट के लिए 21 मार्च को मतदान होगा और उसी दिन शाम को मतगणना शुरू होगी और नतीजे भी घोषित किए जाएंगे.