UP MLC Elections 2023: उत्तर प्रदेश में पांच सीटों पर एमएलसी चुनाव हो रहा है. एमएलसी चुनाव के लिए नामांकन 12 जनवरी को खत्म हो चुका है. इसके बाद अब कानपुर (Kanpur) में शिक्षक एमएलसी चुनावों (MLC Elections) में बीजेपी (BJP) की अंतर्कलह सामने आई है. यहां वेणु रंजन भदौरिया की उम्मीदवारी से बीजेपी शिक्षण संस्थान प्रकोष्ठ में जबरदस्त गुस्सा है.
बीते दिनों आधिकारिक उम्मीदवार घोषित होने के बाद बीजेपी शिक्षण संस्थान प्रकोष्ठ में दो फाड़ हो गया है. एक धड़ा बीजेपी से बागी उम्मीदवार डॉक्टर दिवाकर मिश्रा के समर्थन में खड़ा हुआ है. वहीं बीजेपी शिक्षण संस्थान प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक दिवाकर मिश्रा दूसरे ओर हैं. नाराज भाजपाइयों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र भी लिखा है. बीजेपी शिक्षण संस्थान प्रकोष्ठ के सह संयोजक राजीव मिश्रा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को ये पत्र लिखा है.
UP Weather Update: सर्दी से लोगों की मिलेगी हल्की राहत, यूपी के इन 38 जिलों में शीतलहर का येलो अलर्ट
पत्र में रखी ये मांग
राजीव मिश्रा ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र में नई मांग रखी है. उन्होंने कहा है कि कानपुर उन्नाव खंड निर्वाचन क्षेत्र से डॉक्टर दिवाकर मिश्रा को टिकट दिया जाए. टिकट ना देने पर दिवाकर मिश्रा को एमएलसी मनोनीत किया जाए. खास बात ये है कि दिवाकर मिश्रा ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन किया है. पार्टी के आधिकारिक प्रत्याशी वेणु रंजन भदौरिया बार-बार दावा कर रहे हैं. वेणु का दावा है कि डॉक्टर दिवाकर मिश्रा का आशिर्वाद भी उनके साथ है और उन्हीं की जीत होगी.
अपने पत्र में राजीव मिश्रा ने कहा है कि दिवाकर मिश्रा राज्यपाल और राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त सम्मानित शिक्षक हैं. उन्होंने पूरे प्रदेशभर में बैठकें करते हुए विभिन्न शिक्षण संस्थानों और शिक्षकों को बीजेपी से जोड़ा है. इस वजह से शिक्षकगण, शिक्षक के अतिरिक्त किसी अन्य व्यक्ति को शिक्षक विधायक के रुप में चुनने के लिए तैयार नहीं हैं. बता दें कि विधान परिषद चुनाव के लिए 30 जनवरी को वोटिंग होगी, जबकि दो फरवरी को वोटों की गिनती होगी.