UP MLC Elections 2023: उत्तर प्रदेश में पांच सीटों पर विधान परिषद चुनाव हो रहा है. इस चुनाव में बीजेपी और समाजवादी पार्टी ने उम्मीदवार खड़े किए हैं. लेकर कानपुर (Kanpur) में शिक्षक एमएलसी चुनावों (MLC Elections) में बीजेपी (BJP) की अंतर्कलह सामने आई है. यहां वेणु रंजन भदौरिया (Venu Ranjan Bhadauria) की उम्मीदवारी से बीजेपी शिक्षण संस्थान प्रकोष्ठ में जबरदस्त गुस्सा है. अब ये बढ़ते ही जा रहा है, कानपुर से शुरू हुआ ये मामला अब दिल्ली (Delhi) पहुंच चुका है.
कानपुर में शिक्षक एमएलसी चुनावों को लेकर सियासी रस्साकसी जारी है. बीते दिनों आधिकारिक उम्मीदवार घोषित होने के बाद बीजेपी शिक्षण संस्थान प्रकोष्ठ में दो फाड़ हो गया है. एक धड़ा बीजेपी से बागी उम्मीदवार डॉक्टर दिवाकर मिश्रा के समर्थन में खड़ा हुआ है. वहीं बीजेपी शिक्षण संस्थान प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक दिवाकर मिश्रा दूसरे ओर हैं. नाराज भाजपाइयों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र भी लिखा था.
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दिल्ली पहुंचे दिवाकर मिश्रा
अब बीजेपी के बागी दिवाकर मिश्रा फिर दिल्ली दरबार पहुंचे हैं. इस दौरान उन्होंने बताया, "फिलहाल नामांकन वापसी का कोई इरादा नहीं हैं." बीजेपी नेता ने बताया कि पार्टी के आला नेताओं से मिलकर उन्होंने कहा, "अगर जीत चाहिए तो मुझे चुनाव लड़ाएं." बताया जाता है कि दिवाकर मिश्र वेणु रंजन भदौरिया की प्रत्याशिता से नाराज हैं. दिवाकर मिश्रा की मुलाकात प्रदेश अध्यक्ष से नहीं होगी. प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी रविवार को ही कानपुर आ रहे हैं.
दिवाकर मिश्रा बीजेपी शिक्षण संस्थान प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक हैं. बता दें कि बीजेपी शिक्षण संस्थान प्रकोष्ठ के सह संयोजक राजीव मिश्रा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को इस विषय पर एक पत्र भी लिखा था. जिसमें कहा था कि कानपुर उन्नाव खंड निर्वाचन क्षेत्र से डॉक्टर दिवाकर मिश्रा को टिकट दिया जाए. टिकट ना देने पर दिवाकर मिश्रा को एमएलसी मनोनीत किया जाए. खास बात ये है कि नाम वापसी की आखिरी तारीख सोमवार यानी 16 तारीख है.