Uttar Pradesh News: यूपी में विधान परिषद चुनाव (UP MLC Elections) को लेकर सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल (SP State President Naresh Uttam Patel) ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष का पद विपक्ष का होता है, लेकिन विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष का पद जबरदस्ती नियम 234 का हवाला देकर हटाया गया जो गलत है. उन्होंने कहा कि, जहां तक सवाल 5 सीटों का है उसमें तीन पर बीजेपी के सिटिंग एमएलसी हैं और 2 शिक्षक वाले पर एक चंदेल गुट और एक शर्मा गुट के एमएलसी हैं. पांचों जगह सपा ने उम्मीदवार उतारे हैं. हमारा प्रयास है कि पांचों सीटों पर जीत मिले. स्थानीय स्तर पर अपने कार्यकर्ताओं को उतारा है. उन्होंने कहा कि, शिक्षक और स्नातक सबसे अनुरोध है कि वे सपा उम्मीदवारों को जिताएं, क्योंकि विपक्ष सत्ता को आईना दिखाता है. विपक्ष शिक्षकों, स्नातकों और बेरोजगारों की बात को ठीक से रखता है.
सपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि, सत्ता के लोग जीतकर आते हैं और बैठे रहते हैं. पूरे प्रदेश में बेरोजगारी से हाहाकार है. शिक्षित बेरोजगारों की फौज है. हमें उम्मीद है कि शिक्षित बेरोजगार, स्नातक मतदाता सब सपा प्रत्याशी को वोट देंगे. उन्होंने कहा कि विधान परिषद चुनाव को लेकर दौरे हो रहे हैं, हम भी जा रहे हैं, हमारे नेता भी जा रहे हैं. कार्यकर्ताओं और नीचे की इकाई पर भरोसा है.
मायावती के बयान पर क्या कहा
मायावती के ईवीएम वाले बयान को लेकर नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि समाजवादी पार्टी ही नहीं पूरे देश के मतदाताओं में संशय की स्थिति है, ईवीएम से बड़ा घोटाला हो रहा है, हमारी मांग है कि चुनाव बैलेट पेपर से होने चाहिए, क्योंकि इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाता. ईवीएम में आज भी संशय और भ्रम है, लोगों को यह लगता है कि जहां वोट डालते हैं वहां नहीं जाता है. उन्होंने कहा कि, सपा ने शुरू से ही बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की है. लोकतंत्र जन विश्वास से चलता है और ईवीएम में जनता का विश्वास नहीं है. दुनिया के तमाम विकसित देशों ने ईवीएम को हटा दिया, क्योंकि उसमें बेईमानी होती है, घोटाला होता है और परिणाम प्रभावित होता है.
बीजेपी के नेताओं पर क्या कहा
बीजेपी के केंद्रीय मंत्रियों के लोकसभा सीटों पर प्रवास को लेकर नरेश उत्तम पटेल ने निशाना साधा. उन्होंने कहा कि केंद्र में बीजेपी की सत्ता है, उत्तर प्रदेश में भी उनकी सरकार है. सरकार के मंत्री, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री और बड़े-बड़े वरिष्ठ मंत्री चुनाव के लिए नहीं होते हैं. वे जनता की समस्याओं के लिए होते हैं. इनको चुनाव में उतारना पैसे की बर्बादी करना है, जो बहुत गलत है. मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री लोकतंत्र में जनता के कामों के लिए होते हैं, सिर्फ चुनाव के लिए नहीं होते हैं. जहां तक चुनाव का सवाल है, जनता 2024 में सपा को देखना चाहती है. जनता चाहती है कि यूपी से सभी सीटें सपा को मिलें, ताकि देश में अच्छी सरकार आए
गठबंधन वाले बयान पर क्या कहा
मायावती के गठबंधन वाले बयान पर नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि, अखिलेश यादव ने पहले ही कह दिया था कि, जिनसे हमारा गठबंधन है उनको छोड़कर हम किसी से गठबंधन नहीं करेंगे. हम सपा के उम्मीदवारों को लड़ाएंगे, समाजवादी पार्टी समतामूलक समाज बनाने के लिए काम करती है. समाजवादी एक पार्टी नहीं आंदोलन है, विचारधारा है. इसी विचारधारा से समाज में नफरत खत्म होती है, हम समाजवादी सिद्धांतों पर चलते हैं.
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