प्रयागराज, मोहम्मद मोईन। कोरोना संक्रमण के मामले अभी पूर्वी उत्तर प्रदेश में बहुत कम हैं, लेकिन दूसरे राज्यों व सूबे के दूसरे हिस्सों से बड़ी संख्या में यहां आने वाले मजदूरों- छात्रों व दूसरे लोगों की वजह से यहां कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ने की आशंका बनी हुई है। सबसे ज़्यादा लोग प्रयागराज में मध्य प्रदेश के बॉर्डर से आ रहे हैं। चाकघाट इलाके के इस बॉर्डर से अकेले एमपी ही नहीं, बल्कि गुजरात और महाराष्ट्र के लोग भी आ रहे हैं। बॉर्डर से घुसपैठ की शिकायतें सामने आने के बाद यूपी पुलिस के कई बड़े अफ़सरान अब खुद ग्राउंड ज़ीरो पर उतर आए हैं। प्रयागराज ज़ोन के एडीजी प्रेम प्रकाश और रेंज के आईजी पुलिस केपी सिंह ने एमपी के इस बॉर्डर पर पहुंचकर वहां के हालात की समीक्षा की और यूपी व एमपी के मातहत पुलिस कर्मियों को ज़रूरी हिदायत भी दी।
बार्डर क्रॉस करने वालों की हो रही थर्मल स्क्रीनिंग
अफसरों के पहुंचने के बाद से बॉर्डर पर चौकसी और तेज़ हो गई है। एडीजी और आईजी के दखल के बाद यूपी और एमपी बॉर्डर पर अब अलग-अलग के बजाय एक ही चेक पोस्ट कर दिया गया है। चेक पोस्ट के एक तरफ यूपी पुलिस रहती है और दूसरी तरफ एमपी पुलिस। एमपी से यूपी आने वाले हरेक वाहनों का नंबर नोट किया जा रहा है। हरेक वाहनों की तलाशी ली जा रही है। उनके पास चेक किये जा रहे हैं। बार्डर क्रॉस करने वालों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। आवश्यक सेवाओं से जुड़े वाहनों में ज़्यादा लोग मिलने पर कार्रवाई की जा रही है। पैदल जाने वालों को भी रोका जा रहा है। ज़रुरत पड़ने पर लोगों को क्वारंटीन किया जा रहा है।
बॉर्डर की रियलिटी चेक करने पहुंचे एडीजी प्रेम प्रकाश और आईजी केपी सिंह ने बताया कि बॉर्डर पर एक तरफ के रास्ते को सील करा दिया गया है और दूसरी साइड के रास्ते पर बैरिकेडिंग करा दी गई है। ऐसे इंतजाम किये गए हैं, जिसमें बिना रिकॉर्ड और वाहन चेक किये बिना कोई भी वाहन या व्यक्ति दूसरे राज्य में दाखिल नहीं हो सकेगा। बॉर्डर पर मुस्तैदी से मॉनिटरिंग कर रहे एमपी पुलिस के डीएसपी सोमू कुर्मी ने बताया कि दोनों राज्यों की पुलिस बेहतर कोआर्डिनेशन के साथ मिल जुलकर काम कर रही हैं। बेहतर तालमेल होने से बॉर्डर पर सख्ती और मुस्तैदी अब पहले से ज़्यादा नज़र आने लगी है।
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