UP Nagar Nigam Chunav 2023: यूपी नगर निकाय के लिए गुरुवार को कुल 760 सीटों के लिए वोटिंग हुई थी. इनमें 17 नगर निगम, 199 नगर पालिका और 544 नगर पंचायत सीटें हैं. वहीं अब शनिवार 13 मई यानी आज सुबह आठ बजे से वोटों की गिनती की प्रक्रिया शुरू हो गई है. मतगणना को देखते हुए चुनाव आयोग और पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं.


वहीं इस बार यूपी निकाय चुनाव में बीजेपी, सपा, बसपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी भी मैदान में हैं. लखनऊ और कानपुर सबसे बड़े नगर निगम हैं जहां 110-110 वार्ड हैं वहीं झांसी, अयोध्या और शाहजहांपुर तीनों जगह 60-60 वार्ड हैं. चलिए यहां जानते हैं 17 नगर निगम के लिए हुए चुनावों में किन उम्मीदवारों के बीच कड़ा मुकाबला है.


आगरा नगर निगम के लिए किन उम्मीदावरों के बीच है मुकाबला
आगरा नगर निगम में हुए चुनाव के लिए बीजेपी, सपा और बसपा के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है. यहां बीजे ने हेमलता को मैदान में उतारा था. वे 2012 में आगरा ग्रामीण विधानसभा सीट से सपा प्रत्याशी थीं और 2017 में भाजपा में शामिल हुईं और विधायक बनीं. हेमलता 2022 विधानसभा चुनाव में टिकट कटने के बाद भी भाजपा में बनी रहीं.  वहीं समाजवादी पार्टी से जूही प्रकाश मैदान में हैं. 31 साल की जूही ने MBA किया है. वे 2016 में सपा से जुड़ी थीं और 7 साल से डिंपल यादव की टीम में हैं. 2017 में जूही ने पार्षद का चुनाव भी लड़ा था. बीएसपी से लता वाल्मीकि प्रत्याशी हैं. वे राजनीति शास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएट हैं. लता वाल्मीकी बसपा में लंबे वक्त से काम कर रही हैं

अलीगढ़ नगर निगम के लिए किन उम्मीदावरों के बीच है मुकाबला
अलीगढ़ नगर निगम के लिए भी बीजेपी, एसपी और बीएसपी के उम्मीदवारों के बीच कड़ी टक्कर हैं. बीजेपी से प्रशांत सिंघल प्रत्याशी हैं. वहीं समाजवादी पार्टी से  हाजी जमीर उल्लाह उम्मीदवार हैं. वे 2 बार शहर और कोल से विधायक रहे हैं. तीसरी बार टिकट न मिलने पर उन्होंने निर्दलीय विधानसभा चुनाव लड़ा था. हाजी जमीर अपने विवादित बयानों से सुर्खियों में रहते हैं. वे बसपा और कांग्रेस में भी कुछ दिन रहे. वहीं बीएसपी ने सलमान शाहिद पर भरोसा किया है. सलमान ने सपा छोड़कर बसपा की सदस्यता ली थी.

अयोध्या नगर निगम के लिए किन उम्मीदावरों के बीच है टक्कर
अयोध्या नगर निगम की बात करें तो यहां बीजेपी के  गिरीश पति त्रिपाठी की टक्कर समाजवादी पार्टी के आशीष पांडे दीपू और बीएसपी के राममूर्ति यादव से है. बीजेपी के प्रत्याशी गिरीश पति त्रिपाठी वशिष्ठ पीठाधीश्वर तीन कलश मंदिर के महंत हैं. वे अयोध्या कांग्रेस के जिलाध्यक्ष  भी रह चुके हैं. उन्होंने 2017 में बीजेपी का दामन थामा था. वहीं समाजवादी पार्टी के आशीष पांडे दीपू सपा सरकार में मंत्री रहे पवन पांडे के ममेरे भाई हैं. उनके पिता जयशंकर पांडे भी सपा से विधायक रहे थे. जबकि बीएसपी के  राममूर्ति यादव 1989 से राजनीति में सक्रिय हैं. वे 2016 तक समाजवादी पार्टी में रहे.

बरेली नगर निगम के लिए किन उम्मीदावरों के बीच है मुकाबला
बरेली नगर निगम के लिए हुए चुनाव में बीजेपी से  डॉ उमेश गौतम उम्मीदवार हैं. वे बरेली के निवर्तमान मेयर हैं. उनका मुकबाल समाजवादी पार्टी के संजीव सक्सेना से है. संजीव सक्सेना अखिलेश यादव परिवार के करीबी माने जाते हैं. वहीं बीएसपी के मोहम्मद यूसुफ जरीवाला भी बीजेपी और सपा के उम्मीदवारों को कड़ा मुकाबला देने के लिए मैदान में हैं. उन्हें 2017 में भी बसपा ने दिया था टिकट दिया था. उनकी मुस्लिम समाज में अच्छी पहचान है. मोहम्मद युसूफ 2022 में नवाबगंज विधानसभा से बसपा प्रत्याशी थे.

फिरोजाबाद नगर निगम पर किन उम्मीदावारों के बीच है टक्कर
फिरोजाबाद नगर निगम पर बीजेपी की कामिनी राठौर की समाजवादी पार्टी प्रत्याशी मसरूर फातिमा और बीएसपी उम्मीदवार रुखसाना से कड़ी टक्कर है. बीजेपी प्रत्याशी कामिनी राठौर नामित पार्षद रहे सुरेंद्र राठौर की पत्नी हैं. वहीं समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार मसरूर फातिमा ने स्कूली शिक्षा प्राप्त नहीं की है घर में ही इनकी पढ़ाई हुई. मसरूर 2017 में AIMIM से चुनाव लड़ चुकी हैं और 2017 नगर निगम चुनाव में दूसरे नंबर पर थीं. बीएसपी की प्रत्याशी रुखसाना बेगम सपा से पूर्व पार्षद रहे महबूब अजीज की पत्नी हैं.

गाजियाबाद नगर निगम के लिए किन उम्मीदवारों के बीच है मुकाबला
गाजियाबाद नगर निगम की बात करें तो यहां बीजेपी ने सुनीता दयाल को मैदान में उतारा है. सुनीता 1975 में ABVP की विभाग संयोजिका थीं. वे भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महामंत्री भी रहीं और दो बार से प्रदेश उपाध्यक्ष हैं. वे 2004 में गाजियाबाद शहर विधानसभा सीट हार गई थीं. वहीं समाजवादी पार्टी ने  पूनम यादव को मैदान में उतारा है. वे समाजसेविका हैं और बसपा छोड़कर सपा में आए सिकंदर यादव की पत्नी

गोरखपुर नगर निगम पर किन उम्मीदवारों के बीच है कड़ी टक्कर
गोरखपुर नगर निगम पर बीजेपी के  डॉ मंगलेश श्रीवास्तव की समाजवादी पार्टी की काजल निषाद से कड़ी टक्कर है. बीजेपी प्रत्याशी डॉ मंगलेश चार दशक पहले संघ से जुड़े थे. वे संघ के अनुषांगिक संगठन संस्कार भारती के महामंत्री हैं. वहीं सपा की काजल निषाद ने भोजपुरी फिल्मों में अभिनय से पहचान बनाई. वे
2022 में कैंपियरगंज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ चुकी हैं. उन्होंने 2012 में गोरखपुर ग्रामीण से कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था.

झांसी नगर निगम पर किन उम्मीदवारों के बीच है मुकाबला
झांसी नगर निम पर बीजेपी के  बिहारी लाल आर्य का समाजवादी पार्टी के सतीश जतारिया से मुकाबला है. बीजेपी प्रत्याशी बिहारी लाल आर्य तीन बार विधायक, एक बार मंत्री रहे हैं. वे पहली बार 1991 में मऊरानीपुर विधानसभा से चुनाव लड़े थे और 1993 में कांग्रेस के टिकट पर पहली बार विधायक बने. वे 1997 से 2002 तक प्रदेश सरकार में मंत्री भी रहे. वहीं सपा प्रत्याशी  सतीश जतारिया बबीना से पूर्व बसपा विधायक हैं. वे कुछ समय तक भाजपा में भी रहे. उन्होंने 2022 में चुनाव से पहले सपा का दामन थामा था. सतीश जतारिया की कोरी समाज में अच्छी पकड़ है.

कानपुर नगर निगम पर किन उम्मीदवारों के बीच है मुकाबला
कानपुर नगर निगम पर बीजेपी ने प्रमिला पांडेय के मैदान में उतारा है. वे 2017 में मेयर चुनी गई थीं और दो बार पार्षद भी रह चुकी हैं. वे कानपुर में रिवाल्वर दादी के नाम से मशहूर हैं. वे बीजेपी महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष भी थीं प्रमिला लम्बे समय तक RSS से जुड़ी रहीं हैं. बीजेपी की प्रमिला का मुकाबला समाजवादी पार्टी की वंदना बाजपेयी से है. वे विधायक अमिताभ बाजपेयी की पत्नी हैं और बतौर समाज सेविका जनता से जुड़ी हुई हैं. वहीं कांग्रेस प्रत्य़ासी आशनी अवस्थी भी मैदान में हैं. वे कांग्रेस कमेटी बुंदेलखंड क्षेत्र की महासचिव हैं और कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव विकास अवस्थी की पत्नी हैं.

लखनऊ नगर निगम पर किन के बीच है कड़ा मुकाबला
लखनऊ नगर निगम के लिए बीजेपी ने सुषमा खर्कवाल को मैदान में उतारा है. वे पूर्व भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष हैं और 32 साल से भाजपा में सक्रिय हैं. इनका मुकाबला समाजवादी पार्टी की  वंदना मिश्रा, बीएसपी की शाहीन बानो और कांग्रेस उम्मीदवा  संगीता जायसवाल से है.


मथुरा-वृंदावन नगर निगम पर किन के बीच है कड़ी टक्कर
मथुरा-वृंदावन नगर निगम के लिए हुए चुनाव में बीजेपी ने विनोद अग्रवाल को मैदान में उतारा था. वे भाजपा महानगर अध्यक्ष हैं और इनकी वैश्य समाज में पकड़ है. बीजेपी उम्मीदवार विनोद को समाजवादी पार्टी के तुलसीराम शर्मा से कड़ी टक्कर मिल रही है. तुलसीराम शर्मा मुलायम सिंह यादव के करीबी रहे हैं. वे मथुरा में सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष भी रह चुके हैं.


मेरठ नगर निगम पर किन के बीच है कड़ा मुकाबला
मेरठ नगर निगम पर हुए चुनाव में बीजेपी ने हरिकांत अहलूवालिया पूर्व महापौर को मैदान में उतारा था. वे पंजाबी चेहरा हैं. उन्होंने 2012 में सपा के रफीक अंसारी को हराया था. बीजेपी प्रत्याशी हरिकांत अहलूवालिया का मुकाबला समाजवादी पार्टी की  सीमा प्रधान से है. सीमा सरधना विधायक अतुल प्रधान की पत्नी हैं. वे
सपा की महिला सभा की राष्ट्रीय सचिव भी रही हैं. वहीं बीएसपी से  हसमत मलिक भी मैदान में हैं. वे पूर्व में निगम के पार्षद भी रहे हैं. मलिक बिरादरी में इनकी अच्छी पहचान है.


मुरादाबाद नगर निगम पर किन के बीच है कड़ी टक्कर
मुरादाबाद नगर निगम पर बीजेपी से  विनोद अग्रवाल मैदान में है. विनोद अग्रवाल तीसरी बार चुनावी मैदान में हैं. वे लगातार दो बार नगर निगम के मेयर रह चुके हैं. इनका कड़ा मुकाबला समाजवादी पार्टी के  सैयद रईस उद्दीन नईमी और बीएसपी के  मोहम्मद यामीन से है.


प्रयागराज नगर निगम पर किन उम्मीदवारों के बीच है कड़ी टक्कर
प्रयागराज नगर निगम पर बीजेपी ने उमेश चंद्र गणेश केसरवानी को मैदान में उतारा है. वे कार्यकर्ता के रूप में भाजपा से 1987 से जुड़े हैं. वे प्रयागराज भाजपा के महानगर अध्यक्ष भी रहे हैं. इनको समाजवादी पार्टी के  अजय श्रीवास्तव से कड़ी टक्कर मिली है. वे 6 साल पहले बसपा छोड़कर सपा में आए थे.

सहारनपुर नगर निगम पर किन उम्मीदवारों के बीच है मुकाबला
सहारनपुर नगर निगम पर बीजेपी के डॉ अजय सिंह का कड़ा मुकाबला समाजवादी पार्टी के  नूर हसन मलिक और बीएसपी के खदीजा मसूद है.


शाहजहांपुर नगर निगम पर किन उम्मीदवारों के बीच है टक्कर
शाहजहांपुर नगर निगम के लिए हुए चुनाव में बीजेपी ने अर्चना वर्मा को मैदान में उतारा था. वे पूर्व सपा नेता राम मूर्ति सिंह वर्मा की पुत्रवधू हैं और 2004 में सपा से जिला पंचायत अध्यक्ष चुनी गईं थीं. वे सपा से टिकट मिलने के बाद भाजपा में शामिल हुई थीं. बीजेपी प्रत्याशी अर्चना वर्मा का कड़ा मुकाबला समाजवादी पार्टी की  माला राठौर से है. माला सपा नेता सर्वेश राठौर की बहू है.


वाराणसी नगर निगम पर किन उम्मीदवारों के बीच है मुकाबला
वाराणसी नगर निगम पर हुए चुनाव के लिए बीजेपी ने अशोक तिवारी को पत्याशी बनाया था. वे बीजेपी के क्षेत्रीय टीम में दो बार मंत्री का दायित्व उठा चुके हैं. इनका सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी के ओपी सिंह से है. ओपी सिंह नगर निगम में पांच बार पार्षद रहे हैं. वे निगम के उपसभापति भी रहे हैं. वहीं कांग्रेस प्रत्याशी  अनिल श्रीवास्तव भी मैदान में हैं वे BHU के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रहे हैं. उन्होंने कांग्रेस में कई पदों पर काम किया है.


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