UP Nagar Nikay Chunav 2022: यूपी में नगर निकाय चुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है. बीजेपी (BJP) और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) समेत हर दल चुनाव को लेकर अपनी तैयारी कर रहे हैं. इसी बीच यूपी में कांग्रेस (UP Congress) को एक बार फिर से झटका लगता दिख रहा है. अब कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व विधायक अजय कपूर (Ajay Kapoor) के भाई विजय कपूर (Vijay Kapoor) ने पार्टी से अलग राह पकड़ ली है. 


यूपी कांग्रेस को निकाय चुनाव से पहले एक और झटका लगते दिख रहा है. पूर्व विधायक अजय कपूर के भाई विजय कपूर मेयर चुनाव के लिए विजय कपूर से ताल ठोक सकते हैं. उन्होंने बीजेपी से मेयर पद के लिए आवेदन भी किया है. विजय कपूर भारतीय राष्ट्रीय मंच के मुख्य संरक्षक भी हैं. इसके अलावा वे यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के रिश्तेदार भी हैं. मेयर चुनावों से पहले कानपुर की पॉलिटिक्स में बड़ा उलटफेर हो सकता है.


31 वर्ष पुराने पीलीभीत फर्जी एनकाउंटर की कहानी, सुने पीड़ितों की जुबानी, 10 सिख तीर्थयात्रियों की हुई थी हत्या


20 दिसंबर तक अधिसूचना पर रोक
हालांकि अभी यूपी में निकाय चुनाव की अधिसूचना पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने रोक लगा रखी है. इस वजह से 20 दिसंबर तक इसकी अधिसूचना जारी नहीं हो सकती है. कोर्ट द्वारा ये रोक 12 दिसंबर से जारी है. नगर निकाय चुनाव में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के आरक्षण को लागू करने में प्रक्रिया का पालन न करने के आरोप संबंधी एक जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान कोर्ट ने ये फैसला दिया था.


गौरतलब है कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने सोमवार को राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) को नगर निकाय चुनाव कराने की अधिसूचना जारी करने पर मंगलवार तक अंतरिम रोक लगा दी थी. यह आदेश न्यायमूर्ति डी के उपाध्याय और न्यायमूर्ति सौरभ श्रीवास्तव की पीठ ने वैभव पांडेय और अन्य याचिकाकर्ताओं की अलग-अलग याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए पारित किया था. कोर्ट की इस रोक के बाद बीजेपी और सपा में जुबानी जंग भी शुरू हो गई है.