UP Nikay Chunav 2023: यूपी में जिताऊ उम्मीदवारों को ही उतारेगी बीजेपी, CM योगी ने दिए ये निर्देश
UP Nikay Chunav 2023 Date: निकाय चुनाव को ले मुख्यमंत्री आवास पर मंत्रियों की बैठक हुई. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि सरकार का कोई भी मंत्री रिश्तेदार या परिवार जनों के टिकट के लिए दबाव नहीं बनाएगा.
UP Nagar Nikay Chunav 2023: राज्य भर में निकाय चुनाव के लिए नामांकन शुरू हो गए हैं. इसके बीच चुनाव को लेकर बीजेपी (BJP) ने भी अपनी तैयारी तेज कर दी है. मंगलवार को बीजेपी के प्रदेश कार्यालय पर पार्टी के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी (Bhupendra Chowdhary) और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह (Dharampal Singh) के साथ प्रदेश के मंत्रियों की बैठक हुई. इसमें निकाय चुनाव के उम्मीदवारों के चयन और रैलियों को लेकर चर्चा हुई. पार्टी ने साफ कर दिया है कि निकाय चुनाव में सांसद; विधायक या किसी भी मंत्री के परिवारी जन को टिकट नहीं मिलेगा.
उम्मीदवारों पर किया गया मंथन
निकाय चुनाव के पहले चरण में वोट 4 मई को डाले जाएंगे. इसके लिए नामांकन मंगलवार से शुरू हो गए, जो 17 अप्रैल तक जारी रहेंगे. 18 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 20 अप्रैल तक नाम वापस लिए जा सकते हैं. ऐसे में अब नामांकन के लिए छह दिन और बचे हैं. बीजेपी अब अपने उम्मीदवारों के चयन में जुट गई है. कहां पर कौन चुनाव लड़ेगा, इसे लेकर आज पार्टी कार्यालय पर मंथन हुआ. प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह और सभी प्रदेश महामंत्री शामिल हुए.
जिलों की कोर कमेटी भेजेगी नाम
बैठक में यह भी तय किया गया कि जिले की कोर कमेटी बुधवार यानी 12 अप्रैल को अपनी बैठक कर वहां से जो संभावित उम्मीदवार हैं, उनके नामों का एक पैनल लखनऊ में पार्टी मुख्यालय पर भेजेगा. इस पैनल में सरकार के मंत्री जो जिले के प्रभारी हैं, संगठन के प्रभारी सांसद, विधायक, एमएलसी, जिला महामंत्री और उस जिले के रहने वाले प्रदेश पदाधिकारी की टीम बैठक कर उन नामों का पैनल भेजेगी.
सीएम ने दिए ये सख्त निर्देश
निकाय चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री आवास पर मंत्रियों की बैठक हुई. इसमें मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर सभी मंत्रियों को निर्देश दिया कि सरकार का कोई भी मंत्री अपने किसी रिश्तेदार या परिवार जनों के लिए टिकट के लिए दबाव नहीं बनाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि इस चुनाव में केवल जिताऊ और टिकाऊ उम्मीदवारों को ही मैदान में उतारना है. वही मंत्रियों को यह भी कहा गया है कि जिस जिले के वह प्रभारी हैं, उसके अलावा उन्हें अन्य जिलों में भी प्रवास करना पड़ सकता है. प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी साफ़ तौर पर कहा कि बीजेपी हमेशा परिवारवाद के खिलाफ रही है. ऐसे में चुनाव में भी सांसद, विधायक और मंत्री के परिवार जन को टिकट नहीं दिया जाएगा.
टिकट के लिए लगी भीड़
इन सबके बीच नामांकन शुरू होने के बाद टिकट के आवेदन कर्ताओं की भीड़ लखनऊ में बढ़ गई है. चाहे उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक का आवास हो या फिर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का. हर जगह अलग-अलग जिलों से लोग टिकट के लिए आवेदन करने पहुंच रहे हैं.
15 तक हो सकती है उम्मीदवारों की घोषणा
माना जा रहा है कि बीजेपी पहले चरण के अपने उम्मीदवारों की घोषणा 15 अप्रैल तक कर सकती है. इससे पहले 13 अप्रैल को लखनऊ में मेयर के उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा करने के लिए कोर कमेटी की बैठक भी हो सकती है.
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