UP Nagar Nikay Chunav 2023: उत्तर प्रदेश में हो रहे निकाय चुनाव में सभी सियासी दल पूरी तैयारी के साथ चुनाव मैदान में हैं. नगर निगम में उम्मीदवारों की संख्या पर नजर डाली जाए तो अपने सिंबल पर सबसे ज्यादा बीजेपी ने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि कहीं समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार दूसरे नंबर पर तो कहीं कांग्रेस के और कहीं बीएसपी के उम्मीदवार शामिल हैं.


उत्तर प्रदेश में स्थानीय निकाय के जो चुनाव हो रहे हैं उसमें इस बार 17 नगर निगम हैं. इन 17 नगर निगमों में बीजेपी, समाजवादी पार्टी, बसपा और कांग्रेस सभी ने अपने सिंबल पर पार्षद उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे हैं.  हालांकि अगर सभी नगर निगमों को देखें तो बीजेपी के पार्षद उम्मीदवारों की संख्या सबसे ज्यादा है.


लखनऊ और कानपुर में
अगर राजधानी लखनऊ की बात करें तो यहां 110 वार्ड हैं और सभी 110 वार्ड में बीजेपी ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि यहां दूसरे नंबर पर कांग्रेस है जिसने 95 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे हैं. समाजवादी पार्टी ने 84 उम्मीदवार उतारे हैं तो वहीं बसपा ने 80 प्रत्याशी उतारे हैं. अगर कानपुर की बात करें तो यहां भी बीजेपी ने 110 उम्मीदवार अपने सिंबल पर चुनाव मैदान में उतारे हैं.


यहां भी कांग्रेस प्रत्याशी उतारने के मामले में नंबर 2 पर है और उसने 107 उम्मीदवार उतारे हैं. समाजवादी पार्टी तीसरे नंबर पर है उसने 105 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं. बसपा चौथे नंबर पर है उसने 80 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं. 


सहारनपुर, मेरठ, आगरा में
सहारनपुर की बात करें तो यहां कुल 70 वार्ड में से 60 वार्ड में बीजेपी और सपा ने 42 वार्ड में, बहुजन समाज पार्टी ने 28, कांग्रेस ने 21 वार्ड में उम्मीदवार उतारे हैं. मेरठ के 90 वार्ड में बीजेपी ने 88, सपा ने 63, बसपा ने 72 और कांग्रेस ने 62 वार्ड में, आरएलडी ने भी अपने उम्मीदवार उतारे हैं . आगरा की बात करें तो यहां बीजेपी ने सभी 100 वार्डों में, सपा ने 73 में, बसपा ने 92 में और कांग्रेस ने 33 वार्ड में अपने उम्मीदवार उतारे हैं.


वाराणसी, गाजियाबाद, अयोध्या में
वाराणसी की बात करें तो यहां बीजेपी ने 100 वार्ड में, सपा ने 99 वार्ड में, बसपा ने 45 वार्ड में और कांग्रेस ने 97 उम्मीदवार उतारे हैं. गाजियाबाद की बात करें तो यहां भी 100 में बीजेपी ने सभी 100 में, समाजवादी पार्टी ने 60 में, बसपा ने 73 में और कांग्रेस ने 83 वार्ड में अपने प्रत्याशी उतारे हैं. वहीं अगर अयोध्या की बात करें तो यहां 60 वार्ड में सपा और बीजेपी दोनों ने अपने 60-60 उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि बसपा ने 40 वार्ड में ही अपने उम्मीदवार उतारे हैं.


शाहजहांपुर में
वहीं पहली बार नगर निगम शाहजहांपुर में बीजेपी ने सबसे कम पार्षद उम्मीदवार उतारे हैं. यहां 60 वार्ड में बीजेपी ने 49 वार्ड में ही अपने उम्मीदवार उतारे हैं जबकि कांग्रेस ने सभी 60 वार्ड में अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं. समाजवादी पार्टी ने 46 और बसपा ने यहां 22 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे हैं.


गोरखपुर और झांसी में
वहीं अगर गोरखपुर की बात करें तो यहां कुल 80 वार्ड है. बीजेपी ने 80 में सभी 80 पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. सपा ने भी 80 उम्मीदवार उतारे हैं, बसपा ने 41 और कांग्रेस ने 29 उम्मीदवार उतारे हैं. वहीं झांसी में 60 वार्ड में बीजेपी ने सभी 60 पर, सपा ने 25 पर, बसपा ने 36 पर और कांग्रेसी 40 वार्ड में उम्मीदवार उतारे हैं. फिरोजाबाद में 70 वार्ड में बीजेपी ने 54 पर, सपा ने 53 पर, बसपा ने 46 पर और कांग्रेस ने 24 पर उम्मीदवार उतारे हैं. 


अलीगढ़ और बरेली में
वहीं अलीगढ़ में 90 वार्ड में बीजेपी ने 89 वार्ड में, सपा ने 75 वार्ड में, बसपा ने 70 वार्ड में और कांग्रेस ने 76 वार्ड में अपने उम्मीदवार उतारे हैं. बरेली में 80 वार्ड में  बीजेपी और सपा दोनों ने अपने 80 उम्मीदवार उतारे हैं, बसपा ने 30 और  कांग्रेस ने 43 उम्मीदवार  उतारे हैं. 


मुरादाबाद और मथुरा में
वहीं अगर मुरादाबाद की बात करें तो यहां कुल 70 वार्ड में बीजेपी ने 64 वार्ड में, समाजवादी पार्टी ने 51 में, बसपा ने 49 में और कांग्रेस ने 53 में उम्मीदवार उतारे हैं. मथुरा में 70 वार्ड में बीजेपी ने 69 में, सपा ने महज 12 में, बसपा ने 34 में और कांग्रेस ने 50 वार्ड में अपने उम्मीदवार उतारे हैं. यहां आरएलडी के भी उम्मीदवार मैदान में हैं. 


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