UP Nagar Nikay Chunav 2023: यूपी निकाय चुनाव में इस रणनीति के साथ उतरेगी बसपा, विश्वनाथ पाल ने अखिलेश पर भी साधा निशाना
UP Nagar Nikay Chunav: बसपा प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल ने कहा कि बीजेपी के लोग अगर सही आरक्षण पहले लागू कर देते तो किसी को कोर्ट न जाना पड़ता और बीजेपी के लोगों को इतना नाटक न करना होता.
Ayodhya News: बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल (Vishwanath Pal) ने सपा नेता अखिलेश यादव पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि पहले मान्यवर काशीराम जी का अपमान करते हैं और फिर उनकी मूर्ति लगवाने का नाटक करते हैं. वहीं उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य पर तंज कसते हुए कहा कि वह मौसम वैज्ञानिक बनते हैं लेकिन 2007 में जब बसपा की सरकार बनी थी जब चुनाव हारे थे और अब सपा में सरकार बनवाने गए थे तो वहां भी हार गए.
नगर निगम और पंचायत चुनाव को लेकर उन्होंने साफ तौर पर कहा कि मुस्लिम उनके साथ हैं क्योंकि वह जानते हैं कि पिछले चुनाव में सपा दूर तक दिखाई नहीं दी थी. मुस्लिम सोचता है कि अगर वह बसपा के 26% वोट में अपना वोट मिला दे तो बीजेपी को हराया जा सकता है.
विश्वनाथ पाल ने कहा कि बीजेपी के लोग अगर सही आरक्षण पहले लागू कर देते तो किसी को कोर्ट न जाना पड़ता और बीजेपी के लोगों को इतना नाटक न करना होता. मायावती ने नगर निगम और पंचायत चुनाव मजबूती से लड़ने को कहा है इसलिए बसपा को उसका बड़ा लाभ होगा.
अखिलेश यादव पर जमकर बरसे विश्वनाथ पाल
बसपा के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल ने सपा नेता अखिलेश यादव पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि काशीराम के नाम वाले जिले का नाम बदलकर अखिलेश यादव ने पहले उनका अपमान किया और अब उनकी मूर्ति बनवाने का नाटक कर रहे हैं. बसपा सरकार ने अलग-अलग जिलों का नाम अनुसूचित और पिछड़े महापुरुषों के नाम पर रखकर जो उनको सम्मान दिया था अखिलेश यादव ने अमेठी समेत कई जिलों के नाम बदलकर उनका अपमान किया.
बसपा प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल ने कहा कि अभी कुछ दिन पहले 15 मार्च को काशीराम का जन्मदिन था और जन्मदिन के दिन पर इनका ट्वीट तक नहीं आता हैं और अब जो उनकी मूर्ति बनवाने का नाटक कर रहे हैं. इसको बहुजन समाज पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के लोग समझ रहे हैं. कोई भी इनके नाटक करने से वहां जाने वाला नहीं है. छत्रपति साहूजी महाराज के नाम से मायावती ने सुल्तानपुर से अलग करके एक जनपद बनाकर सम्मान देने का काम किया.
विश्वनाथ पाल ने कहा कि संत रविदास, संत कबीर, गौतम बुद्ध नगर ,पंचशील नगर, भीमनगर, काशीराम नगर ये तमाम बहुजन समाज में जन्में महानगुरु संत महापुरुष हैं. अमेठी का नाम जो सुल्तानपुर से अलग एक जिला छत्रपति साहूजी जी महाराज के नाम उनके सम्मान में रखा.अखिलेश यादव ने अमेठी कर दिया इससे पूरा पिछड़ा वर्ग आहत है. ये समाजवादी नेता है बैकवर्ड के हैं, लेकिन बैकवर्ड में ही जन्मे महापुरुष का अपमान कर दिया. इन्होंने जिले का नाम बदलकर अपमान किया है तो अब मूर्ति बनाने का नाटक क्यों कर रहे है.
स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर कही ये बात
अपने विवादित बयानों को लेकर हाल में ही चर्चा में बने रहने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य पर भी बसपा प्रदेश अध्यक्ष ने तंज कसा और कहा कि जब 2007 में बहुजन समाज पार्टी की बहुमत से सरकार बनी थी, तब भी स्वामी प्रसाद मौर्य अपना चुनाव हार गए थे और इसके बाद जब सपा की सरकार बनाने गए तो वहां भी चुनाव हार गए . हाल में ही होने जा रहे नगर निगम और नगर पंचायत चुनाव को लेकर बसपा प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी का गणित समझाया और कहा कि मुस्लिम उनके साथ है क्योंकि वह समझ चुका है कि पिछले चुनाव में समाजवादी पार्टी दूर-दूर तक नहीं थी.
विश्वनाथ पाल ने कहा कि देखिए मुस्लिम समाज इस बात को समझ रहा है और नगर, महानगर, मेयर के चुनाव में समाजवादी पार्टी कहीं दिखाई नहीं पड़ी. बहुजन समाज पार्टी के दो मेयर जीते थे, 5 मेयर हमारे थोड़े वोटों से हारे थे. समाजवादी पार्टी कही नहीं थी. नगर निगम और पंचायत चुनाव में बसपा की जीत का फार्मूला बताते हुए उन्होंने कहा कि मुस्लिम यह जानता है कि अगर बसपा के 26% कोर्ट में अगर वह अपना वोट मिला दे तो बीजेपी को हराया जा सकता है क्योंकि बीजेपी से सभी परेशान हैं और विकल्प के रूप में सामने केवल बहुजन समाज पार्टी है.
विश्वनाथ पाल ने कहा कि आज मुस्लिम समाज पूरी तरह से बहुजन पार्टी समाज के साथ आ रहा है क्योंकि उसको लग रहा है कि जिस बीजेपी ने पूरे देश को पूरे प्रदेश को महंगाई के नाम पर परेशान कर रखा है, उससे छात्र रोजगार के नाम पर परेशान हैं, किसान परेशान है, व्यापारी परेशान हैं वह सब निजात चाहते हैं. बहुजन समाज पार्टी जिसके 26% वैश्य वोट है पूछ रहा है कि हम बीएसपी के 26% में अपना वोट मिलाएंगे तो निश्चित है कि बीजेपी को हराया जा सकता है.
बसपा की माने तो निगम और पंचायत चुनाव में आरक्षण के फार्मूले को लेकर बीजेपी को कोई फायदा होने वाला नहीं है क्योंकि अगर उन्होंने पहले ही सही आरक्षण लागू कर दिया होता तो किसी को कोर्ट जाने की जरूरत नहीं पड़ती और बीजेपी के लोगों को इतना बड़ा नाटक ना करना पड़ता है, इसको जनता जान चुकी है.
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