UP Nagar Nikay Chunav 2023: यूपी के गोरखपुर (Gorakhpur) में मेयर के चुनाव में ग्‍लैमर का तड़का भी लग गया है. काजल निषाद ने रविवार को पर्चा दाखिल कर दिया. इस बार सपा ने मेयर प्रत्‍याशी के रूप में काजल निषाद (SP Mayor candidate Kajal Nishad) को चुनाव मैदान में उतारा है. टीवी अभिनेत्री काजल निषाद साल 2012 में गोरखपुर ग्रामीण विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुकी हैं. साल 2022 में सपा ने उन्‍हें कैम्पियरगंज से चुनाव मैदान में उतारा. हालांकि उन्‍हें दोनों ही चुनाव में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन इस बार वे पूरे उत्‍साह के साथ मेयर के चुनाव में उतरी हैं. उन्‍होंने ‘यूपी में का बा...’ का अनोखे अंदाज में जवाब दिया.


गोरखपुर के कलेक्‍ट्रेट परिसर स्थित एडीएम फाइनेंस की कोर्ट में सपा से मेयर प्रत्‍याशी काजल निषाद ने रविवार को नामांकन दाखिल किया. काजल तीन सेट में पर्चा दाखिल करने पहुंचीं. उनके साथ प्रस्‍ताव के रूप में सपा के पूर्व जिलाध्‍यक्ष अवधेश यादव और उनके पति संजय निषाद भी रहे. काजल निषाद के साथ सपा के प्रत्‍याशी और कार्यकर्ता भी कलेक्‍ट्रेट परिसर तक पहुंचे. नामांकन दाखिल करने के बाद एबीपी गंगा से बातचीत में काजल निषाद ने कहा कि उनके आने के बाद आप देखिएगा गोरखपुर की तस्‍वीर बदल जाएगी.
 
अनोखे अंदाज में दिया जवाब
काजल निषाद ने कहा‍ कि गोरखपुर में काजल निषाद नहीं, बल्कि जनता चुनाव लड़ने जा रही है. जनता मेयर बनने जा रही है. भाजपा के मेयर और अधिकारी मनमानी करते हैं. हाउस और वाटर टैक्‍स 15 गुना अधिक हैं. यहां पर सांड़ परेशानी का सबब बने हुए हैं. सांड़ खेत चर जा रहे हैं. एक सवाल के जवाब में उन्‍होंने कहा कि यूपी में बहुत ज्‍यादा कूड़ा-कचरा बा, सांड़ बा, मवेशी बा, नाली चोक बा, सौंदर्यीकरण नाय बा. वे चलेंगी तो देखिएगा.


बीजेपी में खलबली-काजल
काजल ने कहा कि वे गोरखपुर में आएंगी, तो आप देख‍िएगा कि गोरखपुर में क्‍या है. गोरखपुर में जनता समझदार बा...जनता खुद चुनाव लड़कर मेयर बनने जा रही है. चौड़ीकरण के नाम पर दुकान तोड़कर मुआवजा नहीं देने, प्रशासन के मनमानापन बंद होगा. काजल निषाद का नाम आने के बाद भाजपा में खलबली मची हुई है. आखिर क्‍या वजह है कि वह अपने प्रत्‍याशी का नाम नहीं घोषित नहीं कर पा रही है.


काजल निषाद ने कहा कि सालों से गोरखपुर नगर निगम के अधिका‍री और मेयर भाजपा के हैं. नगर निगम के अधिकारियों का मनमानापन वे खत्‍म करेंगी. उन्‍होंने कहा कि वे सीएम के पास जाएंगी और जमीन पर जानवरों को सुरक्षित रखने के साथ जनता की भी सुरक्षा की बात करेंगी. गोरखपुर में बारिश में नौकायन जाने की जरूरत नहीं होती है. यहीं पर लोग अपने मोहल्‍ले में नौकायन का आनंद ले लेते हैं. जनता ने उन्‍हें चुना तो इन सभी समस्‍याओं को दूर करेंगी.    


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