UP Nagar Nikay Chunav 2023: उत्तर देश में होने वाले निकाय के चुनाव सत्ताधारी बीजेपी (BJP) के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि हमेशा से यह माना जाता रहा है कि बीजेपी शहर की पार्टी है और जब भी शहर में सरकार चुनने की बारी आती है तो जनता बीजेपी पर भरोसा जताती है. इसलिए इस चुनाव को लेकर बीजेपी लगातार अपनी रणनीति तैयार करने में जुटी है. आइये आपको बताते हैं कि बीजेपी में किस तरह से उम्मीदवारों का चयन होगा.
भारतीय जनता पार्टी में प्रत्याशी चयन की एक प्रक्रिया है. नाम नीचे से भेजे जाते हैं और फिर प्रदेश स्तर पर उन नामों पर चर्चा करके उम्मीदवार घोषित किए जाते हैं. निकाय चुनाव में 17 नगर निगमों में मेयर पद के लिए जो चुनाव होना है उसमें मेयर कैंडिडेट चुनने के लिए बीजेपी ने सभी 17 नगर निगमों में सरकार के मंत्रियों को प्रभारी बनाया है. जबकि पार्टी संगठन से भी एक एक व्यक्ति को उन नगर निगमों में प्रभारी बनाया गया है. इसके अलावा जो महानगर अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष और उस शहर के सारे विधायक, विधान परिषद के सदस्य, सांसद, राज्यसभा के सांसद, जिले के महामंत्री यह पूरी जिले की कमेटी है, इसके अलावा उस शहर में रहने वाले प्रदेश के जो भी पदाधिकारी वह सब उस कमेटी में शामिल होते हैं.
कमेटी तीन-तीन नामों का एक पैनल तैयार करती है
यह कमेटी तीन-तीन नामों का एक पैनल तैयार करती है और उसे प्रदेश नेतृत्व को भेजती है. यानी वह लखनऊ में पार्टी मुख्यालय पर भेजे जाते हैं. जब मेयर के लिए उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा होती है तो उसके लिए बीजेपी की जो कोर कमेटी है वह बैठक करती है. जिसमें मुख्यमंत्री, दोनों उपमुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और महामंत्री संगठन शामिल है, वो लोग जो तीन-तीन नामों का पैनल आया है उस पर चर्चा करेंगे और उनमें से जो नाम होंगे उन्हें शीर्ष नेतृत्व को भेजा जाएगा.
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जबकि नगर पालिका अध्यक्ष के लिए भी नाम जिले से ही आएंगे और लखनऊ से उन्हें स्वीकृति मिलेगी. इसी तरह नगर पंचायत के अध्यक्ष पद के लिए जो भी उम्मीदवार होंगे उनके नाम क्षेत्र से लखनऊ तो भेजे जाएंगे, लेकिन उम्मीदवारों के नाम घोषित क्षेत्र से ही किए जाएंगे. केवल लखनऊ से इनकी स्वीकृति ली जाएगी.
13 अप्रैल को लखनऊ में बीजेपी कोर कमेटी की बैठक हो सकती है
क्योंकि इस निकाय चुनाव में नामांकन के लिए बहुत कम दिन बचे हैं इसीलिए पार्टी ने सभी को निर्देश दिया है कि 12 अप्रैल को सभी जिलों में कोर कमेटी की बैठक करके तीन-तीन नामों का पैनल लखनऊ भेज दिया जाए. और इनमें जो मेयर के नाम होंगे उन नामों पर चर्चा करने के लिए 13 अप्रैल को लखनऊ में पार्टी की कोर कमेटी की बैठक हो सकती है.