UP Nikay Chunav 2023: यूपी निकाय चुनाव में सपा इन उम्मीदवारों को देगी टिकट, MLA रविदास मेहरोत्रा ने बताई अखिलेश यादव की रणनीति
UP Nagar Nikay Chunav 2023: बसपा के मुस्लिम प्रत्याशी उतारने पर रविदास मेहरोत्रा ने कहा, उनकी सूची बीजेपी कार्यालय में बनी है. सूची यह देखकर बनी है कि कहां सपा का नुकसान हो, कहां बीजेपी का फायदा हो.
UP Nagar Nikay Chunav 2023: सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा (SP MLA Ravidas Mehrotra) ने बताया कि निकाय चुनाव को लेकर राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव रामगोपाल यादव (Ramgopal Yadav), राष्ट्रीय महासचिव व विधायक शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) ने भी अपने प्रत्याशियों की सूची दी है. अब निर्णय राष्ट्रीय अध्यक्ष को करना है. जो चुनाव जीतने वाला होगा, पार्टी का पुराना कार्यकर्ता होगा, जनता के साथ रहता है ऐसे प्रत्याशियों की सूची आज जारी होगी. इस बार नगर निगम के चुनाव में सपा का परचम लहराएगा. अधिकतर नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत में हम चुनाव जीतेंगे.
सपा में सीटों को लेकर मची खींचतान और सहमति न बनने पर रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि लगभग सभी लोगों में सहमति बन रही है. पार्टी की बहुत तेज हवा चल रही है, 1-1 वार्ड से 10-15 दावेदार हैं, इनमें से एक को ही टिकट मिलेगा. अगर किसी को टिकट नहीं मिल पाएगा तो सबका सम्मान करने का काम करेंगे. 2024 से पहले का यह सेमीफाइनल है, जहां हम चुनाव जीत जाएंगे तो 2024 में केंद्र में गैर भाजपाई सरकार बनेगी. इसके लिए किसी ना किसी कार्यकर्ता को त्याग और बलिदान करना पड़ेगा
चुनाव में सपा बहुत गंभीर- रविदास मेहरोत्रा
रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि, सबको यह मानना होगा कि प्रदेश भर में अखिलेश यादव चुनाव लड़ने का काम कर रहे, सेनापति का जो आदेश होगा उसका कार्यकर्ता पालन करेंगे. उन्होंने ने कहा कि सपा इस चुनाव में बहुत गंभीर है. पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता इन चुनाव में सहयोग कर रहे हैं. वह अपने कार्यकर्ताओं से भी जानकारी कर रहे हैं. अखिलेश यादव सबकी बात सुनकर निर्णय लेंगे.
बसपा के मुस्लिम प्रत्याशी उतारने पर रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि बीएसपी भाजपा की 'बी' टीम बन गई है. उनकी सूची भाजपा के कार्यालय में बनी है. उनकी सूची यह देखकर बनी है कि कहां सपा का नुकसान हो, कहां भाजपा का फायदा हो. ऐसे प्रत्याशियों को बसपा ने खड़ा करने का काम किया है, लेकिन जनता जागरूक है और वह किसी बहकावे में नहीं आएगी. जनता को भी पता है कि भाजपा का विकल्प सिर्फ समाजवादी पार्टी है.