UP Nagar Nikay Chunav 2023: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद (Moradabad) में नगर निगम मेयर पद के लिए सभी पार्टियों में प्रत्याशी चयन को लेकर घमासान छिड़ा हुआ है. राजनीतिक दल प्रत्याशी के चयन में जातीय समीकरणों को साधने की कोशिश कर रहे हैं. सपा, भाजपा और कांग्रेस में प्रत्याशियों के नाम लगभग फाइनल हो चुके हैं और उनकी औपचारिक घोषणा होनी बाकी है. इस बीच संभावित प्रत्याशियों के नामों को लेकर मुरादाबाद में चर्चा गर्म है. सूत्रों के मुताबिक सपा में युसूफ अंसारी, अतहर अली अंसारी और सरताज अंसारी के नाम मेयर प्रत्याशी की दौड़ में सबसे आगे माने जा रहे हैं. वहीं भाजपा में निवर्तमान मेयर विनोद अग्रवाल और राजेश रस्तोगी के नाम सबसे आगे चल रहे हैं. वहीं कांग्रेस में हाजी रिजवान कुरैशी का नाम सबसे आगे चल रहा है और जल्द ही प्रत्याशियों के नामों की घोषणा पार्टी हाईकमान कर देगा.


समाजवादी पार्टी की बात अगर करें तो पार्टी में 36 लोगों ने मेयर पद के प्रत्याशी की दावेदारी भरी है. वहीं भारतीय जनता पार्टी में भी दो दर्जन से ज्यादा लोगों ने मेयर पद के लिए टिकट मांगा है. वहीं कांग्रेस में भी दर्जनभर नेताओं ने मेयर पद का टिकट पार्टी हाईकमान से मांगा है. नगर निकाय चुनाव प्रत्याशी बनने के लिए नेताओं की भीड़ मुरादाबाद नगर निगम पर भी लग रही है जहां नो ड्यूज सर्टिफिकेट बनवाने के लिए नेता अपने बकाया हाउस टैक्स और वाटर टैक्स आदि नगर निगम कार्यालय में जमा करा रहे हैं और उसके बाद नगर निगम की तरफ से उन्हें अनापत्ति प्रमाण पत्र भी दिया जा रहा है.


अपर नगर आयुक्त ने क्या बताया
अपर नगर आयुक्त मुरादाबाद के मुताबिक अब तक लगभग 650 लोगों ने अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने के लिए आवेदन किया है और अभी तक 351 लोगों को अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किए जा चुके हैं. पिछले तीन दिनों में नगर निगम के पास 17 लाख रुपये जमा हो चुके हैं. जिन लोगों पर कर बकाया था या किराया बकाया था अगर कोई भी नगर निगम का उन पर बकाया था तो वह उनसे नियम अनुसार जमा कराने के बाद उन्हें अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं. आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद से रविवार और अवकाश वाले दिन भी नगर निगम कार्यालय खुला रहेगा ताकि चुनाव से संबंधित जरूरतमंद लोग अपना कार्य यहां करा सके और हाउस टैक्स, वाटर टैक्स या किराया जो भी उन पर बकाया है वह जमा कराकर अनापत्ति प्रमाण पत्र हासिल कर सकते हैं. चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं में नामांकन फार्म खरीदने और अपने अनापत्ति प्रमाण पत्र बनवाने की होड़ लगी हुई है. मुरादाबाद में पूरी तरह नगर निगम के चुनाव की तैयारियां देखने को मिल रही है.


होगी कांटे की टक्कर
मुरादाबाद नगर निगम के मेयर की कुर्सी पर कब्जा जमाने के लिए भाजपा, सपा, कांग्रेस और बसपा अपने-अपने प्रत्याशियों के जातीय समीकरण और स्थानीय मुद्दों के अनुसार उनका चयन करने में जुटे हुए हैं. अभी तक इस नगर निगम पर दो बार समाजवादी पार्टी के मेयर का कब्जा रहा है तो तीन बार भाजपा के मेयर यहां नगर निगम की कुर्सी पर विराजमान रहे हैं. मुरादाबाद नगर निगम में अभी 70 वार्ड हैं, लेकिन इस बार का चुनाव बहुत ही कांटे की टक्कर वाला होता हुआ प्रतीत हो रहा है, क्योंकि इस बार प्रत्याशियों के चयन से लेकर वार्ड के सभासदों के चयन को भी हर पार्टी गंभीरता से ले रही है.


इस बार माना यह जा रहा है कि भाजपा यहां के लगभग 20 मुस्लिम बहुल इलाकों वाले वार्डों में अपने मुस्लिम प्रत्याशी खड़े करने की तैयारी में है. वहीं समाजवादी पार्टी इस बार दलित वोटरों को भी लुभाने के लिए जुटी हुई है और सपा की कोशिश है कि दलित, मुस्लिम और यादव समीकरण बनाकर बड़ी जीत हासिल की जाए. वही बहुजन समाज पार्टी की रणनीति एक बार फिर दलित और मुस्लिम वोटरों को एक साथ लेकर चलने की दिखाई दे रही है.


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