UP Nagar Nikay Chunav 2023: यूपी में निकाय चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल अपनी अपनी तैयारियों में लगे हैं. निकाय चुनाव के लिए बीजेपी गठबंधन की तैयारियों पर निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉक्टर संजय निषाद ने बयान दिया है. संजय निषाद ने कहा कि हम ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतेंगे. नगर पालिका नगर निगम में भी हम जीतेंगे क्योंकि यहां पढ़े-लिखे वोटर ज्यादा हैं. उन्होंने कहा कि पहले अपराधियों की वजह से माहौल बहुत खराब था, जिसे हमनें अच्छा किया और विकास किया है. हम कुछ सीटों पर पहले लड़ रहे थे फिर हमनें नाम वापस लिया, लेकिन दूसरे चरण में हमें कुछ सीटें उन्होंने दी हैं और हम उस पर लड़ रहे हैं.


अपनी पार्टी के तमाम उम्मीदवारों का नामांकन वापस लेने पर संजय निषाद ने कहा कि, कार्यकर्ता ही पार्टी को खड़ा और बड़ा करता है. उसके सम्मान के साथ हमें भी खड़ा होने की आवश्यक है. हमारे ज्यादातर सभासद हैं, हमारी लिस्ट लंबी थी. हर एक नगर निगम और नगर पंचायत में ऐसी मनोनीत की संख्या होती है. 


चुनाव प्रचार पर क्या कहा
अखिलेश यादव और जयंत चौधरी के प्रचार ना करने पर संजय निषाद ने कहा कि, भारतीय जनता पार्टी और निषाद पार्टी ने सेवाभाव का स्कूल खोल रखा है. राजनीति के माध्यम से जनता की सेवा करेंगे, उनके भविष्य की सुरक्षा करेंगे और प्रदेश और देश का विकास करेंगे. हमने अखाड़े का पहलवान तैयार किया कि कैसे युद्ध जीतना है. इन लोगों ने राजनीति करने के लिए सहारा लिया, क्योंकि उनके पास अखाड़े का कोई पहलवान नहीं है. भाड़े के पहलवान से तो कुछ होना नहीं है. कांग्रेस तो इतिहास के पन्ने में जा रही है.


काजल निषाद पर क्या कहा
सपा से गोरखपुर की मेयर उम्मीदवार काजल निषाद पर संजय निषाद ने कहा कि ब्राह्मण आज काजल निषाद बन गयी हैं. वह तो गुजरात से आईं और गुजरात की ब्राह्मण हैं. एक निषाद को फंसा लिया, लेकिन समाज को थोड़ी ना फंसा पाएंगी. आज के दिन में मछुआ समुदाय ने खुद अपनी पार्टी बना रखी है. अब पार्टी उनकी सुरक्षा कर रही है. निषाद, निषाद प्रत्याशी के साथ नहीं रहता. वह निषाद पार्टी और सरकार के साथ है.


काजल निषाद पर संजय निषाद ने कहा कि वह निषाद नहीं हैं. उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में काम किया और निषाद का एक बेटा फिल्म इंडस्ट्री में गया था तो उसको अपने जाल में फंसा लिया.  उनको बाहर से लाकर लड़ाने से लगता है कि समाजवादी पार्टी में गोरखपुर में कोई निषाद नहीं है. उनकी पार्टी में अगर निषाद नेता होते तो गोरखपुर से किसी को लड़ाते. समाजवादी पार्टी के साथ कोई निषाद नहीं है. नगर निगम में भी गोरखपुर का निषाद भारतीय जनता पार्टी और निषाद पार्टी के साथ रहेगा.


सपा के लोगों के बीजेपी में शामिल होने पर संजय निषाद ने कहा कि, हमारी विचारधारा से जो सहमत होता है जो भारतीय जनता पार्टी से सहमत होता है वह आता है. पहले विचारधारा कहीं और थी जिससे समाज का कोई भला होना नहीं है. अगर इस विचारधारा से समाज का भला होना है तो उनका स्वागत है. हम किसी को लेने नहीं जाते, वह स्वयं आते हैं. समाजवादी पार्टी ने निषाद नेताओं को हाशिए पर रखा है. वह 5 साल निषादों के साथ कभी खड़ी नहीं रही.


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