UP Nagar Nikay Chunav 2023: उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव के लिए पहले चरण में 4 मई को मुरादाबाद में मतदान होना है. मुरादाबाद में पिछली बार भारतीय जनता पार्टी के विनोद अग्रवाल ने जीत हासिल की थी और वह मेयर बने थे, जबकि कांग्रेस के हाजी रिजवान कुरैशी दूसरे स्थान पर रहे थे. वहीं समाजवादी पार्टी प्रत्याशी युसूफ अंसारी नगर निगम चुनाव में तीसरे स्थान पर रहे थे, लेकिन इस बार समाजवादी पार्टी का दावा है कि समीकरण बदले हुए हैं. इस बार समाजवादी पार्टी में मेयर पद के लिए 36 लोगों ने आवेदन किया है, सपा जिलाध्यक्ष डीपी यादव का कहना है कि सभी प्रत्याशियों के आवेदन पार्टी हाईकमान को भेज दिए गए हैं और जल्दी ही एक-दो दिन में मेयर प्रत्याशी के नाम की घोषणा हो जाएगी.
 
वहीं भारतीय जनता पार्टी में भी मेयर पद के प्रत्याशियों के दावेदारों की लिस्ट लंबी है इस बार बीजेपी में कई नए लोगों ने भी टिकट की दावेदारी की है. जिनमें एक मुरादाबाद के बड़े दवा कारोबारी और बीजेपी आर्थिक प्रकोष्ठ के संयोजक राजेश रस्तोगी की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है. राजेश रस्तोगी का कहना है कि वह पिछले 7 सालों से भारतीय जनता पार्टी में काम कर रहे हैं और बीजेपी हाईकमान का आशीर्वाद अगर उन्हें मिल जाए तो वह राम भक्त के रूप में काम करेंगे. मुरादाबाद महानगर की जनता ने अगर उन्हें वोट देकर जिताया और वह मेयर बने तो वह मुरादाबाद में विकास के ऐसे-ऐसे कार्य कराएंगे ताकि लोग उन्हें याद रखें.


मुरादाबाद में बीजेपी, सपा, बसपा और कांग्रेस में मेयर प्रत्याशियों के नामो पर सभी दलों में विचार चल रहा है. सभी पार्टियां जातिगत आंकड़ों को ध्यान में रखकर पार्टी प्रत्याशी की घोषणा करने में लगी हैं. बीजेपी और सपा जैसे दल एक दूसरे के प्रत्याशियों का इंतजार कर रहे हैं ताकि राजनीतिक आंकड़ों के हिसाब से जातीय संतुलन बनाते हुए अपने प्रत्याशी का नाम वह बाद में तय करें. बीजेपी और सपा के नेताओं का कहना है कि नगर निकाय के चुनाव में इस बार चुनावी मुद्दे भी स्थानीय रहने वाले हैं. सफाई का मुद्दा, वाटर टैक्स का मुद्दा, हाउस टैक्स का मुद्दा और खराब सड़कें इस बार चुनाव में मुख्य मुद्दे रहने वाले हैं. बीजेपी नेताओं को उम्मीद है कि एक बार फिर यहां से बीजेपी का ही मेयर विजयी होगा.


बीजेपी की परंपरागत सीट है मुरादाबाद नगर निगम


इसके साथ ही समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष डीपी यादव का कहना है कि क्योंकि इस बार जनपद में 6 विधानसभा सीटों में से 5 पर समाजवादी पार्टी के विधायक हैं और लोकसभा मुरादाबाद से भी समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ एस टी हसन है. ऐसे में उन्हें लगता है यह इलाका समाजवादी पार्टी का गढ़ है और यहां से इस बार सपा का मेयर जीत सकता है. वहीं बीजेपी नेताओं को उम्मीद है कि यह सीट उनकी परंपरागत सीट है और मुरादाबाद में क्योंकि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी भी रहते हैं तो ऐसे में बीजेपी कार्यकर्ताओं में जोश अधिक है और उनका मानना है कि इस बार नगर निकाय के चुनाव में बीजेपी अच्छा प्रदर्शन करेगी और एक बार फिर मुरादाबाद में मेयर बीजेपी का ही होगा.


आप और AIMIM की भी हुई एंट्री


बड़े राजनीतिक दलों के अलावा आम आदमी पार्टी (AAP) और ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) जैसे दल भी इस बार नगर निकाय चुनाव में अपने प्रत्याशी खड़े कर रहे हैं. इससे बड़े राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों के बीच मुकाबला खड़ा रहने की उम्मीद है. अब देखना यह होगा कि इस बार किस का खेल बनेगा और किस का खेल बिगड़ेगा. साल 2024 के लोक सभा चुनाव से पहले यूपी में नगर निकाय के यह चुनाव बहुत अहम माने जा रहे हैं. यूपी में इसके लिए पहले चरण में 04 मई और दूसरे चरण में 11 मई को  मतदान होगा जबकि नतीजे 13 मई को आएंगे.


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