UP Nagar Nikay Chunav 2023: यूपी निकाय चुनाव में दमखम दिखाने का दावा करने वाले राजनीतिक दल कितने पानी में हैं, इसका पता करने के लिए एबीपी गंगा की टीम ने बीजेपी, सपा, कांग्रेस और बसपा के प्रदेश मुख्यालय का जायजा लिया तो अलग-अलग तस्वीरें देखने को मिलीं. समाजवादी पार्टी और बीजेपी के दफ्तरों में जहां लोगों की भीड़ नजर आई, वहीं कांग्रेस और बसपा के मुख्यालय में सन्नाटा पसरा दिखा. आज पहले चरण के नामांकन दाखिल करने की शुरुआत हुई है. राजधानी लखनऊ में भी पहले चरण में ही चुनाव होना है लेकिन अभी तक किसी भी दल ने महापौर पद के प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है.
कांग्रेस मुख्यालय में प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी अपने प्रांतीय अध्यक्ष नसीमुद्दीन सिद्दीकी और नकुल दुबे के साथ प्रकोष्ठों की मीटिंग में व्यस्त हैं. यहां न कार्यकर्ता हैं न ही टिकटार्थी. सिर्फ स्टाफ के कुछ सदस्य ही इधर-उधर घूमते हुए दिखे. बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश मुख्यालय की स्थिति इससे भी खराब है. यहां पर न कोई नेता, न कार्यकर्ता न टिकटार्थी दिखा.
सपा-बीजेपी मुख्यालय में टिकटार्थियों की भीड़
सपा के प्रदेश मुख्यालय में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के साथ महापौर के नाम पर मंथन कर रहे हैं. प्रदेश के बड़े नेता लगातार आवाजाही कर रहे हैं. कार्यालय के बाहर और भीतर टिकटार्थियों की भारी भीड़ लगी हुई है. मुख्यालय के बाहर सड़क पर गाड़ी खड़ी करने की जगह भी नहीं बची है. बार-बार सड़क पर जाम लग रहा है जिसके चलते यातायात पुलिस के कर्मचारी परेशान हैं और सड़क घेरकर खड़ी गाड़ियों का चालान भी शुरू कर दिया है.
हर समय चुनावी मोड में रहने वाली बीजेपी के प्रदेश मुख्यालय का माहौल भी चहल पहल वाला है. यहां प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए टिकटार्थियों की भीड़ लगी है. टिकटार्थी बड़े हॉल में बैठे हुए हैं जबकि बीजेपी के नेता और पदाधिकारी भीतर बैठक में व्यस्त हैं. बीच-बीच में मौका मिलने पर नेता और पदाधिकारी टिकटार्थियों से मुलाकात भी कर रहे हैं. निकाय चुनाव के प्रभारी बनाए गए नेता मुख्यालय आकर अपनी गतिविधियों के बारे में भी जानकारी दे रहे हैं.