UP Nagar Nikay Chunav 2023: सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह (SP MLA Rakesh Pratap Singh) ने कहा कि पार्टी से जाना आना एक सतत प्रक्रिया है, लेकिन दूसरे से लोग वही लेते हैं जिनके पास अपना नहीं होता. अजय त्रिपाठी क्यों गए यह वही जाने. जहां तक शाहजहांपुर की बात है तो जाहिर है कि वहां बीजेपी के अपने कार्यकर्ता, नेता, पूर्व प्रत्याशी रहे होंगे. तो आखिर ऐसी क्या मजबूरी आ गयी जो सपा के प्रत्याशी को तोड़कर अपना प्रत्याशी बनाना पड़ा. वह बड़े नेता का जनपद है, क्या उनके पास अपना कोई कार्यकर्ता या नेता नहीं था, जिसमें क्षमता रही हो कि उसे चुनाव लड़ा कर जिता सके?


सपा छोड़ बीजेपी में जाने वाले अजय त्रिपाठी मुन्ना के बयान पर राकेश प्रताप सिंह ने कहा कि, शिवपाल यादव की बात सुनी जा रही या नहीं, उन्हें महत्त्व मिल रहा या नहीं यह कोई और तय नहीं कर सकता. इस बात को कहना होगा तो शिवपाल यादव खुद कहेंगे अगर वह महसूस करेंगे. शिवपाल यादव वरिष्ठ नेता हैं, ना किसी से डरने वाले हैं ना चुप रहने वाले हैं. पार्टी लाइन पर उनका पूरा सहयोग लिया जा रहा, उनकी बात सुनी जा रही. 


राष्ट्रीय अध्यक्ष ने निर्णय लिया है कि वह पूरे प्रदेश में प्रचार भी करेंगे, अपने साथ लेकर जाएंगे. वह पार्टी ऑफिस में भी बैठ रहे हैं, अखिलेश यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी रहते हैं. जब किसी को पार्टी छोड़नी होती है तो निश्चित तौर पर आरोप लगाता है. अजय त्रिपाठी को कोई पीड़ा रही होगी तो दुनिया भर की अनर्गल बात कर रहे हैं. शिवपाल यादव का सपा में वरिष्ठ नेता और मार्गदर्शक के तौर पर पूरा सम्मान है.


शफीकुर्रहमान बर्क के बयान पर
शफीकुर्रहमान बर्क के बयान पर राकेश प्रताप सिंह ने कहा कि फिलहाल मैंने उनका कोई बयान नहीं देखा, लेकिन वह हमारे सांसद हैं, अगर उन्होंने ऐसा कोई बयान दिया है तो राष्ट्रीय अध्यक्ष को संज्ञान लेना चाहिए. पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक बुलाकर निर्णय लेना चाहिए.


चुनाव प्रचार पर क्या कहा
अखिलेश यादव के प्रचार में ना निकलने पर राकेश प्रताप सिंह ने कहा मैं 25 साल से सक्रिय राजनीति में हूं. पहली बार देख रहा हूं कि राष्ट्रीय दल के राष्ट्रीय नेता, प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर बड़े नेता को पंचायत चुनाव, नगर पंचायत के चुनाव में जाना पड़ रहा. इससे यह साबित होता है कि अब इनके पास धरातल पर मजबूत कार्यकर्ता नहीं है जो छोटे चुनाव को भी जीत सकें. अखिलेश यादव को पूरा भरोसा है कि हमारे बूथ, ब्लॉक, सेक्टर, विधानसभा के कार्यकर्ता हैं, जो जिले के नेता हैं वह चुनाव जिता कर लाने में सक्षम है. इसीलिए छोटे चुनाव में समय व्यर्थ करने की बहुत जरूरत नहीं है. 


सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह ने कहा कि, राष्ट्रीय पटल पर गठबंधन बनाकर राष्ट्रीय राजनीति में उनका दखल देना, एकजुटता करना ज्यादा जरूरी है. चुनाव सब बड़े होते हैं, लेकिन इस समय कर्नाटक का चुनाव हो रहा, इसके बाद छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश का चुनाव आएगा. वह चुनाव 2024 के सेमीफाइनल होंगे. निकाय चुनाव को लड़ने, जिताकर लाने में सपा के हम जैसे कार्यकर्ता सक्षम हैं. इसमें हम राष्ट्रीय अध्यक्ष को ना तो बुलाते हैं और ना वह खुद इतनी जरूरत समझते हैं.


सपा की जीत का दावा 
सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह ने कहा, सपा निकाय चुनाव में 70-80 फीसदी सीटों पर जीतेगी. हमारे अधिक से अधिक चेयरमैन होंगे और बीजेपी के चेहरे पर तमाचा. मुख्यमंत्री के खुद प्रचार अभियान में जाने पर राकेश प्रताप सिंह ने कहा कि बीजेपी के कार्यकर्ता हतोत्साहित हैं, कमजोर हैं, इसलिए मुख्यमंत्री को कमान संभालनी पड़ रही है. अगर उनके जिले, ब्लॉक, सेक्टर के कार्यकर्ता मजबूत होते तो मुख्यमंत्री को प्रचार में ना जाना पड़ता.


UP Nikay Chunav 2023: यूपी निकाय चुनाव में गुटबाजी से कैसे निपटेगी बीजेपी, भूपेंद्र चौधरी ने बनाई है खास रणनीति