UP Nikay Chunav 2023: क्या निकाय चुनाव के बीच शिवपाल-अखिलेश हैं एक दूसरे से नाराज? सपा नेता ने खुद बता दिया
UP Nagar Nikay Chunav 2023: स्वार सीट पर सपा प्रत्याशी की घोषणा को लेकर उदयवीर सिंह ने कहा कि वह बड़ी सीट हैं, पार्टी की परंपरागत सीट है. राष्ट्रीय नेतृत्व, राष्ट्रीय अध्यक्ष की चर्चा चल रही होगी.
UP Nagar Nikay Chunav 2023: सपा विधायक व राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) की टिकटों को लेकर नाराजगी और अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के साथ प्रचार करने की चर्चाओं पर सपा प्रवक्ता व पूर्व एमएलसी उदयवीर सिंह (Former MLC Udayveer Singh) ने कहा कि मीडिया को कुछ ना कुछ चर्चा में बनाए रखना उनकी व्यावसायिक मजबूरी है. सारे पार्टी के लोग और वरिष्ठ नेता पार्टी के साथ हैं, समय-समय पर आपस में चर्चा विचार-विमर्श करते रहते हैं. ना कोई नाराजगी की बात है और ना साथ प्रचार करना कोई खबर है. सब पार्टी के वरिष्ठ साथ हैं, जब जरूरत पड़ेगी साथ प्रचार करेंगे, जब जरूरत होगी अकेले प्रचार करेंगे. जैसे जहां जरूरत होगी बड़े नेता से लेकर कार्यकर्ता की, पार्टी जिसको जहां बोलेगी वहां सभी लोग पूरी क्षमता में प्रचार करेंगे.
उदयवीर सिंह ने कहा कि यह चुनाव कार्यकर्ताओं का चुनाव है. गांव और वार्ड से लेकर नगर पंचायत, नगर निगम तक तमाम कार्यकर्ता चुनाव लड़ रहे हैं. कोई पार्टी से नाराज नहीं है. सपा-आरएलडी के कुछ सीटों पर आमने सामने आने पर उदयवीर सिंह ने कहा कि छोटा चुनाव है, हर आदमी चुनाव लड़ना चाहता है. सहयोगी दलों के कार्यकर्ता भी चुनाव लड़ना चाहते हैं. सब लोगों को गठबंधन के नाम पर घर बैठाना हर दल के लिए संभव नहीं होता.
उदयवीर सिंह ने कहा कि पुरानी परंपरा रही है कि सपा के अपने भी बहुत सारे लोग जहां टिकट मांग रहे होते हैं तो फैसला कर लेते हैं कि सिंबल नहीं दिया जाएगा. ऐसी सीट को ओपन कर देते हैं, सभी कार्यकर्ता लड़ सकते हैं. इससे पहले भी सपा ने स्थानीय निकाय के चुनाव में फैसला दिया था कि वह सिंबल नहीं देगी. जो लड़ना चाहे आपस में सहमति करें. अनुशासन का डंडा भी एक सीमा से ज्यादा चलाने का मतलब नहीं होता. कार्यकर्ताओं की भावना है जिसे पार्टी को जगह देनी होती है. इस चुनाव में निचले स्तर पर कार्यकर्ता खुद लड़ रहे हैं. बड़े गठबंधन के ऊपर इन बातों का असर नहीं होता.
स्वार सीट को लेकर क्या कहा
स्वार सीट पर सपा प्रत्याशी की घोषणा को लेकर उदयवीर सिंह ने कहा कि वह बड़ी सीट हैं, पार्टी की परंपरागत सीट है. पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व, राष्ट्रीय अध्यक्ष की चर्चा चल रही होगी. वहां सरकार प्रशासन ने बहुत बेईमानी की है. कोई रणनीतिक बात होगी जो पार्टी तय करेगी उसके हिसाब से समय पर घोषणा करेगी. पहले भी हमें वहां कोई झटका नहीं लगा. अगर किसी को वोट ना डालने दें, गिनती ना होने दें, वोट कुछ पड़ा हो, गिनती कुछ कर दें तो यह शासन प्रशासन और व्यवस्था लोकतंत्र को झटका है. भाजपा लगातार लोकतंत्र और संविधान को झटका दे रही है, जो चिंता का विषय है. जिस देश में भी लोकतंत्र गया और तानाशाही हावी हुई उस देश का नाश हुआ है. सभी लोगों को सोचना पड़ेगा कि संविधान बचाना ही प्रमुखता है उस पर ध्यान दें.
बीजेपी पर जमकर साधा निशाना
सीएम योगी के प्रचार में जाने पर उदयवीर सिंह ने कहा जिस सरकार को काम नहीं करना उसके पास प्रचार के अलावा क्या काम. भाजपा चुनाव जीतने के लिए किसी को बदनाम कर सकती है, किसी की हत्या करा सकती है, किसी को रिश्वत दे सकती है. जब चुनाव हार जाते तो एमएलए एमपी को खरीदते हैं. जैसे महाराष्ट्र में सरकार बनाई. किसी अपराधी को पार्टी में शामिल करा सकते हैं. भाजपा वाले लोगों के बीच जाएंगे और जो लोग इनसे नाराज होकर चुनाव लड़ना चाहते हैं उन्हें धमकाएंगे. कुछ लोगों के पर्चे खारिज कराएंगे, अन्य लोगों को अलग तरीके से प्रताड़ित करेंगे.
अतीक अहमद की वायरल चैट पर उदयवीर सिंह ने कहा यूपी सरकार केवल प्रचार में लगी है. वह यह प्रचार तो करती कि उसने दो माफिया मार दिया, लेकिन यह नहीं बताती कि 3 माफिया पैदा कर दिए. वह बड़ा माफिया है जिस पर आरोप है या वह जो कैमरा के सामने 50 पुलिस वालों के बीच में गोली मार रहा है. प्रदेश सरकार अपने प्रचार प्रसार में मदमस्त होकर काम कर रही. उसके प्रचार-प्रसार की भूख ने लोगों का विश्वास खत्म कर दिया है. जब जेल में बैठकर प्लानिंग हो रही हो, हथियार पहुंच रहे, जेलों में हत्याएं हो रहीं, जेलों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हो रही तो इसका मतलब सबसे बड़े अपराधी जेल चलाने वाले हुए. वह पुलिसवाले हुए जो अपनी सरपरस्ती में यह सब करा रहे हैं.
उदयवीर सिंह ने कहा कि अब ना कोई व्यवस्था बची है ना पुलिस पर विश्वसनीयता है. यह लोग कोर्ट और संविधान का सम्मान नहीं कर रहे. पहले उमेश पाल की हत्या हुई वह भी पुलिस की सुरक्षा में और दूसरी दो हत्याएं हुई वह भी तब जबकि सैकड़ों पुलिसकर्मी सुरक्षा में लगे थे. मतलब पुलिस जिन्हें अपनी कस्टडी में रखे है उनको भी बचाने में सक्षम नहीं है या उसकी नियत खराब है. दोनों ही स्थितियां भयानक हैं.
प्रचार ज्यादा महत्वपूर्ण- उदयवीर सिंह
बेसिक शिक्षा के छात्र छात्राओं को गांव गांव भेजने और जल संरक्षण का संदेश देने के साथ ही जल जीवन मिशन से आये बदलाव की जानकारी देने पर उदयवीर सिंह ने कहा की बच्चों को अच्छी शिक्षा सरकार की भूमिका होनी चाहिए. वह शिक्षा होनी चाहिए जिससे उनका ज्ञान बढ़े, लेकिन अगर बच्चों को सरकारी प्रचार प्रसार करने के लिए स्कूल छुड़वा कर भेज रहे तो यह पाप है, हिंदुस्तान के भविष्य के साथ पाप है. मुझे भाजपा पर पूरा भरोसा है कि उसके लिए अपनी सरकार का प्रचार करना ज्यादा महत्वपूर्ण है, क्योंकि जो काम नहीं करता वह यही करता है. ये गंदगी साफ नहीं करते, बल्कि उसके आगे दीवार बनवा देते हैं, पर्दा लगवा देते हैं.
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