UP Nature Bird Festival: उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड के महोबा (Mahoba) जिले में प्रवासी पक्षियों के संरक्षण और ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए 'यूपी नेचर एंड बर्ड फेस्टिवल' (Uttar Pradesh Nature and Bird Festival) का आयोजन किया गया है. यहां झील के किनारे एक पांच सितारा टेंट सिटी भी बसाया गया है, जिसमें प्रवासी पक्षियों को देखने के लिए आने वाले पर्यटक रुकेंगे. वन्यजीव और पर्यावरण राज्यमंत्री डॉ. अरुण कुमार (Dr. Arun Kumar) ने फीता काटकर गुरुवार को इस फेस्टिवल का उद्घाटन किया. इस मौके पर रंगा-रंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया. 


इतने प्रकार के पक्षी एक साथ जमा होते हैं यहां

दरअसल, हजारों किलोमीटर का हवाई सफर तय कर के महोबा के विजय सागर पक्षी विहार में हर साल जाड़े के मौसम में लाखों की तादाद में आने वाले प्रवासी पक्षियों की किलकारियां यहां गूंजती है. इन्हीं प्रवासी पक्षियों के संरक्षण और ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए वन विभाग ने इस बर्ड फेस्टिवल का आयोजन किया है. महोबा की झीलों में विदेशों से आने वाले इन पक्षियों में मुख्य रूप से क्रेन, साइबेरियन क्रेन, सुर्खाब, सीक पर, लाल सर करोल, नकता , मतामर, पंकौआ , पनडुब्बी , जल मुर्गी, घोघिला , अंधा बगुला, सारस, दोख, चमटा आदि शामिल है.


सैलानियों के ठहरने के लिए है विशेष इंतजाम

तीन दिवसीय वर्ल्ड फेस्टिवल के सातवें संस्करण को देखने और अपने कैमरे में कैद करने के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के फोटोग्राफर सहित टूर ऑपरेटर्स और बड़ी संख्या में सैलानी महोबा में आए हुए हैं. इनके ठहरने के लिए सभी सुविधाओं से युक्त टेंट सिटी बनाई गई है. महोबा आने वाले देशी और विदेशी साइबेरियन पक्षियों की चहचहाहट के बीच उत्तर प्रदेश सरकार के वन पर्यावरण राज्य मंत्री डॉ. अरुण कुमार ने फीता काटकर फेस्टिवल का शुभारंभ किया है. इस दौरान अलग-अलग विभागों की ओर से लगाई गई प्रदर्शनी को देखकर बुंदेलखंड की कला और हस्तशिल्प की भी जमकर सराहना की गई. 


महोबा की बदलेगी तस्वीर

यहां एक जनपद, एक उत्पाद के तहत मंडल के सभी जनपदों की प्रदर्शनी लगाई गई है. इसके साथ ही वन विभाग की ओर से चित्र प्रदर्शनी लगाकर नेचर के विभिन्न पहलुओं को भी दर्शाया गया है. उत्तर प्रदेश के अति पिछड़े महोबा को ईकोटूरिज्म के क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए सरकार की पहल की जमकर प्रशंसा हो रही है. खुद वन पर्यावरण राज्यमंत्री डॉ. अरुण कुमार ने बताया कि महोबा की तस्वीर और तकदीर बदलने का काम उत्तर प्रदेश सरकार करने जा रही है. यह बड़ा मौका है कि बर्ड फेस्टिवल की मेजबानी महोबा कर रहा है. उन्होंने उम्मीद जताई की इस आयोजन के बाद टूर ऑपरेटर्स ग्रुप राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को लाने का काम करेंगे, जिससे न केवल महोबा का विकास होगा. साथ-साथ रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ेगी. 


 पांच बड़ी झीलें हैं महोबा शहर में

महोबा शहर में पांच बड़ी झीलें हैं, जिनमें बहुत बड़ी तादाद में विदेशों से कई तरह की प्रजातियों के प्रवासी पक्षी हर साल आते हैं. खूबसूरत और दिलकश दिखने वाले इन प्रवासी पक्षियों को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं. इस बर्ड फेस्टिवल के आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए डीएफओ नरेंद्र कुमार ने बताया कि इ फेस्टिवल के जरिए महोबा जिले में पशु-पक्षी प्रेमियों और पर्यटकों को सभी तरह की सुविधाएं मिलेंगे. बर्ड फेस्टिवल के साथ ही महोबा जिले के विजय सागर पक्षी विहार में झील के किनारे एक पांच सितारा टेंट सिटी भी बनाई गई है. पक्षी देखने आने वाले पर्यटक अब होटलों के बजाय इस टेंट सिटी में रुक कर सुबह-सुबह पक्षियों की चहचहाहट का आनंद ले सकेंगे .


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