UP Nazul Bill News: उत्तर प्रदेश में नजूल विधेयक को विधान परिषद में रोके जाने के बाद अब सियासी अटकलें तेज हो गईं हैं. इस बीच भारतीय जनता पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि लोगों से बात करनी चाहिए थी. लोग इस बिल के आने से प्रभावित होंगे. बिल पर विचार की जरूरत है.हालांकि उन्होंने दावा किया कि संगठन और सरकार में कोई विरोध नहीं है. चौधरी ने कहा कि बिल पर और विचार विमर्श की जरूरत है. यूपी बीजेपी नेता ने कहा कि बिल पर कमेटी फैसला लेगी.
इस बीच निषाद पार्टी नेता और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने कहा कि आज जो लोग नदी के पास रहते हैं वो कागज कहां से लाएंगे? बिना संशोधन बिल पास न हो. निषाद ने कहा कि सरकार सबको स्थापित करने के लिए है. 2027, 2029 का चुनाव है. हम किसी को उजाड़ेंगे तो क्या लोग हमको छोड़ेंगे?
विधानपरिषद में क्या बोले थे भूपेंद्र चौधरी
बता दें विधानपरिषद में बृहस्पतिवार को भोजनावकाश की कार्यवाही के बाद नेता सदन उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने इस विधेयक को सदन के पटल पर रखा. मगर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने इसे प्रवर समिति के सुपुर्द करने का प्रस्ताव रख दिया. उन्होंने कहा कि उनका प्रस्ताव है कि इस विधेयक को सदन की प्रवर समिति के सुपुर्द कर दिया जाए जो दो माह के अंदर अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत करे.
इसके बाद सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह ने इस विधेयक को प्रवर समिति के सुपुर्द किए जाने के प्रस्ताव को ध्वनि मत से पारित घोषित कर दिया. राज्य विधान परिषद के 100 सदस्यीय सदन में भाजपा के 79 सदस्य हैं. ऐसे में इस विधेयक को पारित नहीं किया जाना खासा अहम माना जा रहा है.
विधानसभा में बुधवार को पारित किए जाने से पहले इस पर संशोधन के प्रस्ताव पर सत्ता पक्ष के कुछ विधायकों ने भी इसमें संशोधन की जरूरत बताई थी. हालांकि बाद में इसे ध्वनि मत से पारित घोषित कर दिया गया था.