UP Politics: बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व राज्यसभा सांसद जफर इस्लाम (Zafar Islam) मुरादाबाद (Moradabad) पहुंचे जहां उन्होंने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के पैदल मार्च को लेकर उन पर जमकर निशाना साधा. जफर इस्लाम ने कहा कि मार्च करने का सभी को अधिकार है लेकिन मार्च करने का जो तरीका होता है वो बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि मार्च करने के लिए परमिशन की जरुरत होती है. परमिशन पहले से नहीं थी, इजाजत लेने के बाद आप मार्च कीजिए, ऐसा नहीं होनी चाहिए कि असेंबली के सामने अचानक भीड़ लगाकर मार्च करना शुरू कर दें. 


अखिलेश यादव के पैदल मार्च पर उठाए ये सवाल


दरअसल यूपी विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन सपा ने अखिलेश यादव के नेतृत्व में महंगाई, बेरोजगारी जैसे जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर पैदल मार्च किया था जिसे पुलिस ने बैरिकेडिंग कर बीच में हो रोक लिया. जिसके बाद सपा अध्यक्ष, विधायकों के साथ सड़क पर ही बैठ गए थे. इस दौरान पुलिस और सपा कार्यकर्ताओं के बीच जमकर बवाल देखने को मिला. अखिलेश यादव के इस पैदल मार्च पर सवाल उठाते हुए बीजेपी नेता जफर इस्लाम ने कहा कि "एक प्रोटोकॉल होता है वो पूर्व मुख्यमंत्री रहे हैं उन्हें जानकारी है लेकिन यदि आप कानून का पालन नहीं करेंगे तो जाहिर है कि पुलिस आपको रोकेगी. मार्च करना है तो पहले परमिशन लीजिए उसके बाद आपका मार्च कीजिए." 


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मदरसों के सर्वे पर कही ये बात


वहीं दूसरी तरफ जफर इस्लाम ने यूपी में मदरसों के सर्वे पर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि सर्वे होना जरूरी था. सर्वे होना भी चाहिए ताकि मदरसों के बारे में सारी जानकारी रहे और जो अवैध तरीके से मदरसे चल रहे हैं जिनके पास लाइसेंस नहीं है वो बंद होने चाहिए और जो वैध तरीके से मदरसे चल रहे हैं उसमें आधुनिक शिक्षा भी दी जाए इसका प्रावधान भी होना चाहिए. जहां तक बात वक़्फ़ की संपत्ति का है तो जिसको इसका ज़िम्मेदार बनाया जाता है वही लोग उसमें घपला करते हैं इसीलिए इसका सर्वे होना भी बहुत जरूरी है. 


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