UP Education News: बागपत के एक स्कूल में 111 विद्यार्थियों को बताया अंधा-गूंगा, इस तरह से पकड़ में आई खामी
Baghpat News: कॉलेज के प्रधानाचार्य छत्रपाल सिंह ने बताया कि इन कमियों को दूर कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि यह गलति उनकी नियुक्ति से पहले के प्रधानाचार्य के कार्यकाल में हुई थी.
बागपत: यूपी के बागपत में यूपी बोर्ड परीक्षा शुरू होने से पहले ही एक कॉलेज में 10वीं और 12वीं के 111 परीक्षार्थियों को अभिलेखों में गूंगा (Dumb) और अंधा (Blind) बना दिया गया है.जबकि ये सभी बच्चे शारीरिक रूप से स्वस्थ हैं.यूपी बोर्ड से परीक्षा केंद्र की सूची कालेज पहुंची तो पूरा मामला पकड़ में आने के बाद कॉलेज में स्टाफ में हड़कंप मच गया. इसके बाद कालेज स्टाफ और शिक्षा विभाग के अधिकारी तकनीकी खामी को दूर करने में जुट गए.
किस इंटर कॉलेज का है मामला
बागपत जनपद के रमाला थाना क्षेत्र के डीएवी इंटर कॉलेज किशनपुर बराल गांव में पिछले साल 10वीं के 317 और 12वीं के 254 छात्र-छात्राओं का बोर्ड की परीक्षा देने के लिए पंजीकरण किया था. इनमें 10वीं के 56 छात्र और 50 छात्राओं को गूंगा और 12वीं की पांच छात्राओं को ब्लाइंड दर्शा दिया गया है.कॉलेज से ऑनलाइन फार्म भरकर यूपी बोर्ड को भेज दिए गए.जबकि धरातल पर सभी छात्र-छात्राएं शारीरिक रूप से स्वस्थ थे.
पिछले माह 14 तारीख को यूपी बोर्ड से परीक्षा केंद्र घोषित होने के बाद सूची कॉलेज में भेजी गई. उसमें से 10वीं और 12वीं के 111 परीक्षार्थियों का अपने ही कालेज में परीक्षा केंद्र मिला. इसके बाद जांच करने में पता चला कि ऐसा लिपिकीय त्रुटि के कारण बोर्ड परीक्षा फार्म भरते हुए कॉलेज में ही हुआ था. इसके बाद स्थानीय शिक्षा अधिकारी और क्षेत्रीय सचिव,माध्यमिक शिक्षा परिषद क्षेत्रीय कार्यालय मेरठ को पत्र भेजकर इस त्रुटि से अवगत कराते हुए सुधार कर संशोधन करने का अनुरोध किया गया था. जबकि कालेज को बोर्ड की ओर से इस संबंध में कुछ भी अवगत नहीं कराया गया है.
प्रधानाचार्य ने दी यह सफाई
डीएवी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य छत्रपाल सिंह ने बताया कि मेरे नियुक्ति 31 अगस्त 2022 में हुई थी.मुझसे पहले देवी प्रसाद गुप्त जी थे. वर्तमान प्रधानाचार्य ने कहा कि पूर्व प्रधानाचार्य ये जो भी मिस्टेक हुई है, पहले ही हुई होगी, 106 बच्चे डंप आए थे जिसमें 56 लड़के और बाकी लड़कियां हैं और 5 बच्चे इंटर के थे जो ब्लाइंड आ गए थे. मैंने तुरंत जानकारी प्राप्त करके इस पर कार्रवाई की. उन्होंने कहा कि 12 दिसंबर को उच्चाधिकारियों को इसके बारे में जानकारी दी.इसके बाद हम 21 दिसंबर को बोर्ड में गए और इसको ठीक करवाया.अब इसमें कोई कमी नहीं है.हमारे पास बोर्ड से लिखित में आया है हमारे पास लेटर भी है.