Gonda News: गोंडा में पुलिस के खौफ से अपहरण में वांछित अभियुक्त ने आज अपने हाथ में तख्ती लेकर छपिया थाने पहुंच कर आत्मसमर्पण कर दिया है. आत्मसमर्पण के दौरान वांछित अभियुक्त गौतम सिंह ने कहा कि "हमको आत्मसमर्पण करवा लो और गोली ना मारो, हमको गोली से डर लगता है". बीते 6 फरवरी को कुछ लोगों ने एक व्यवसायी का दुकान से अपहरण किया था. इस मामले में पुलिस ने अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था. वहीं गौतम सिंह वांछित चल रहा था. पुलिस के खौफ से आज उसने आत्मसमर्पण किया है.
पुलिस के डर से किया आत्मसमर्पण
अपहरण की घटना में संलिप्त वांछित अभियुक्त गौतम सिंह अपने भाई अनिल सिंह के साथ "मैं आत्मसमर्पण कर रहा हूं’’ की लिखित तख्ती हाथ में लेकर थाना छपिया में आकर आत्मसमर्पण किया. अभियुक्त गौतम सिंह ने बताया है कि मैं व्यापारी अपहरण कांड में शामिल रहा. पुलिस अधीक्षक गोण्डा की अपराधियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही के डर और भय से खुद थाने में आकर आत्मसमर्पण किया हूं. छपिया पुलिस द्वारा नियमानुसार अभियुक्त को गिरफ्तार कर अभियुक्त के विरुद्ध विधिक कार्यवाही की गई. छपरा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पूरे मामले में पहले ही एक आरोपी को गिरफ्तार किया था. उसके बाद पुलिस विभाग के दौरान दो आरोपी को गिरफ्तार किया था और आज चौथा आरोपी थाने में सरेंडर किया है.
गौतम सिंह ने मीडिया से की बात
अपहरण का वांछित अभियुक्त गौतम सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया, सर मुझे माफ कर दीजिए मैं बहुत डर गया हूं कप्तान साहब का सुनकर की गोली मार देंगे. मैं बहुत डर गया हूं सर मुझे माफ कर दीजिए. आज समर्पण कर रहा हूं मैं. मुझे गोली मत मारिये सर. मैं तांबेपुर का रहने वाला हूं. मेरा नाम गौतम सिंह है और पिता का नाम राजेश्वरी सिंह है. मैंने गल्ला व्यापारी को उठाया था. बभनान से उसके दुकान से मेरे साथ राजकुमार शिवम जुबेर और हम थे. कप्तान साहब गोली मार देते हैं इस बात को सुनकर मैं डर गया.
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