UP Politics: लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को चुनौती देने के लिए कांग्रेस (Congress) इन दिनों 'भारत जोड़ो यात्रा' (Bharat Jodo Yatra) निकाल रही है. कांग्रेस भले ही इस यात्रा को जन सरोकार से जुड़ा हुआ बता रही हो लेकिन हकीकत तो यही है कि इसके जरिए कांग्रेस सत्ता का रास्ता तलाशने में जुटी है. 150 दिन तक चलने वाली इस यात्रा को लेकर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) इन दिनों केरल (Keral) में यात्रा कर रहे हैं जहां पर कुल 20 लोकसभा सीटें हैं. राहुल केरल में 18 दिन तक यात्रा करेंगे, लेकिन हैरान करने वाली बात ये हैं कि यूपी, जहां से 80 लोकसभा सीट आती हैं वहां सिर्फ दो दिन ही ये यात्रा चलेगी. 


कांग्रेस ने क्यों किया यूपी को नजरअंदाज


लोकसभा चुनाव के लिहाज से अगर कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को देखा जाए तो यहां यूपी और बिहार को नजरअंदाज किया गया है जो राजनीतिक लिहाज से दिल्ली की गद्दी तक पहुंचने के लिए सबसे अहम भूमिका निभाते हैं. उत्तर प्रदेश जहां से 80 लोकसभा सीटें आती है वहां कांग्रेस की ये यात्रा सिर्फ दो दिन ही चलेगी, ऐसे में कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता खुद कशमकश में हैं. 


विपक्ष के बिखराव को लेकर कांग्रेस का दर्द
कांग्रेस द्वारा यूपी का नजरअंदाज किए जाने को लेकर जब वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम से बात की गई तो उन्होंने सफाई दी कि इस यात्रा का उद्देश्य देश को जोड़ने का है, इस यात्रा का कोई राजनीतिक उद्देश्य नहीं है. लेकिन इसके साथ ही विपक्षी दलों के एकजुट न होने का भी दर्द छलक उठा. उन्होंने कहा कांग्रेस के पास कोई दूसरा रास्ता नहीं है, जहां एक और बसपा, सपा, आम आदमी पार्टी जैसी क्षेत्रीय पार्टी अपने हिसाब से अपने अलग चावल की अलग खिचड़ी बना रही है. ऐसे में अब कांग्रेस को ये सफर खुद ही तय करना है और ये सफर अभी खत्म नहीं होगा. 


पूरब से पश्चिम या पश्चिम से पूरब भी हो सकती है कांग्रेस की यात्रा
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि हो सकता है 2024 से पहले ही पूरब से पश्चिम या पश्चिम से पूरब की ओर भी यूपी में भारत जोड़ो यात्रा शुरू हो सकती है. जिसको कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी भी संभाल सकती हैं. उन्होंने कहा कि यूपी में जहां-जहां भी अपराध हुआ है वहां खुद प्रियंका गांधी पहुंची लेकिन उन्हें वहां से वोट नहीं मिला है. बावजूद इसके भारत जोड़ो यात्रा अगर यूपी में लंबे समय से लिए शुरू होती है तो प्रियंका गांधी एक बार फिर उन लोगों के पास जाएंगी क्योंकि वो भले ही वोट न दे लेकिन कांग्रेस का असली मकसद भारत जोड़ने का है. बीजेपी का राज जिस तरह से चल रहा है उससे एक बात तो साफ है कि बीजेपी तोड़ने का काम कर रही है.  


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बीजेपी को टक्कर देने के लिए विपक्ष की रणनीति
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि एक तरफ ममता बनर्जी, दूसरी तरफ नीतीश कुमार और तीसरी तरफ शरद पवार जैसे दिग्गज नेता ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है ऐसे में कांग्रेस के पास भारत जोड़ो यात्रा जैसा मजबूत विकल्प मौजूद है. बहरहाल 2024 लोकसभा चुनाव जीतने के लिए सभी पार्टियों ने अपना दम भरना शुरू कर दिया है. ऐसे में ये देखना काफी दिलचस्प होगा कि 2024 में विपक्ष बीजेपी को टक्कर देने के लिए क्या रणनीति तैयार करता है. 


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