Agnipath Scheme: अग्निवीरों के ट्रेनिंग बीच में छोड़ने की खबर पर सियासत तेज, सपा-कांग्रेस ने योजना पर उठाए सवाल
Agniveers Leaving Training Midway: कांग्रेस भी अग्निपथ योजना के बहाने बीजेपी सरकार पर निशाना साधने में पीछे नहीं रही. सपा प्रमुख ने जल्द से जल्द अग्निपथ योजना वापस लिए जाने की मांग की.
Agnipath Scheme Agniveers Training: बीच ट्रेनिंग अलग-अलग वजह से अग्निवीरों के भारतीय सेना को अलविदा कहने पर सियासत तेज हो गई है. सपा (SP) समेत कांग्रेस (Congress) ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi Government) पर जबरदस्त हमला बोला है. अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ट्विटर पर सवाल उठाया है कि देश की सुरक्षा एक स्थायी विषय है तो सैन्यकर्मी अस्थायी कैसे हो सकते हैं. उन्होंने सैन्य भर्ती योजना अग्निपथ को घातक बताते हुए जल्द से जल्द वापस लिए जाने की मांग की. सपा प्रमुख ने सुझाव दिया कि जितनी जल्दी अग्निपथ योजना वापस होगी, उतना ही देश की सुरक्षा सुनिश्चित होगी.
ट्रेनिंग पूरी होने से पहले छोड़ रहे अग्निवीर
कांग्रेस भी अग्निपथ योजना के बहाने बीजेपी सरकार पर निशाना साधने में पीछे नहीं रही. रविवार को कांग्रेस ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने देश की सेवा का जज्बा रखनेवाले युवाओं के सपने को चकनाचूर कर दिया है. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश का ट्ववीट मीडिया रिपोर्ट में छपी खबरों के बाद आया है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अग्निवीर के रूप में शामिल होने वाले युवा ट्रेनिंग पूरी होने से पहले छोड़ रहे हैं. रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘पहले सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करना युवाओं का सपना होता था. युवाओं के संकल्प की इज्जत करते हुए उन्हें बेहतर सुविधाएं और नौकरी की सुरक्षा दी जाती थी.’’
मोदी सरकार को सपा-कांग्रेस की सलाह
उन्होंने कहा, ‘‘अग्निपथ योजना की बुनियाद ही गलत है. इसने युवाओं के देश सेवा की उम्मीदों को तोड़ दिया है और तरह-तरह की आशंकाएं पैदा की हैं. नतीजा सामने है.’’ बता दें अग्निपथ योजना के तहत युवाओं को सशस्त्र बलों में चार साल की सेवा करने का मौका मिलता है. भर्ती किए जाने के बाद 25 प्रतिशत अग्निवीरों को आगे भी सेवा में बरकरार रखने की व्यवस्था की गई है.