Mulayam Singh Yadav Asthi Visarjan: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की अस्थियों का विसर्जन आज प्रयागराज के संगम में किया गया. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh) आज सुबह पिता का अस्थि कलश लेकर प्रयागराज (Prayagraj) पहुंचे. जहां उन्होंने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ गंगा-यमुना (Ganga Yamuna) के संगम में अस्थियों को प्रवाहित किया, इस दौरान उनके साथ परिवार के करीबी सदस्य भी मौजूद रहे. लेकिन एक चेहरे ने सबका ध्यान खींचा. ये चेहरा था सैफई (Saifai) के प्रधान रामफल वाल्मीकि (Ramphal Valmiki) का. जिन्हें अखिलेश यादव अपने साथ प्रयागराज लेकर गए.
पिता के नक्शे कदम पर अखिलेश यादव
सैफई हवाई पट्टी से जब अखिलेश यादव अपने दिवंगत पिता स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव की अस्थियां लेकर चाचा शिवपाल सिंह यादव, भाई धर्मेंद्र यादव एवं अन्य परिजनों के साथ तीन चार्टर्ड प्लेन से प्रयागराज के लिए रवाना हुए, इस दौरान सैफई के प्रधान रामफल वाल्मीकि भी परिजनों के साथ अस्थि विसर्जन के लिए साथ खड़े हुए थे. दुख की इस घड़ी में पूरा परिवार एकजुट दिख रहा था. इस दौरान एबीपी गंगा से बात करते हुए रामफल ने बताया कि कल अखिलेश यादव जी का उनके पास फोन आया था उन्होंने कहा कि प्रधानजी आपको भी परिवार के साथ अस्थि विसर्जन के लिए प्रयागराज चलना है.
रामफल प्रधान न सिर्फ अखिलेश यादव के साथ प्रयागराज गए बल्कि वहां भी उन्होंने मुलायम सिंह यादव की अस्थि विसर्जन में हिस्सा लिया. वो अखिलेश यादव के पीछे खड़े हुए दिखाई दिए. सैफई के प्रधान रामफल वाल्मीकि, वाल्मीकि समाज से आते हैं. इस पंचायत चुनाव में नेताजी मुलायम सिंह यादव न ही उनके नाम को प्रधान पद के लिए आगे किया था. जिसके बाद वो निर्विरोध प्रधान चुने गए थे. वही अखिलेश यादव ने परिवार के साथ उन्हें साथ ले जाकर ये संदेश देने की कोशिश की वो भी अपने पिता के नक्शे कदम पर चलने की कोशिश कर रहे हैं. मुलायम सिंह यादव हमेशा जात पात एवं ऊंच-नीच की भावना से ऊपर उठकर काम करते आए हैं. अखिलेश ने भी यहां कुछ ऐसे ही संदेश देने की कोशिश की.
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