Samajwadi Party के नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कांग्रेस के पूर्व नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम को उधार का संत बताया है. अंबेडकरनगर में एक शादी समारोह में पहुंचे अखिलेश ने पत्रकारों के सवाल पर यह प्रतिक्रिया दी है. बीते दिनों संभल में हुई हिंसा को लेकर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने आरोप लगाया था कि सपा के कार्यकर्ता इसमें शामिल थे. कई मौकों पर आचार्य यह भी कह चुके हैं कि संभल में कल्कि धाम बनने से अखिलेश की तत्कालीन सरकार ने रोक लगाई थी.कन्नौज सांसद ने प्रमोद कृष्णम के सवाल पर कहा कि उधार के सन्तो पर हमें कुछ नहीं कहना.
इसके साथ ही उपचुनाव अखिलेश ने कहा कि दो बड़ी मुश्किल से बीजेपी जीत रही थी, सातों की सातों सीटें समाजवादी पार्टी जीती है लेकिन प्रशासन ने सर्टिफिकेट किसी और को दिया है और जो संभल में हुआ है वह हुआ नहीं है कराया गया है.'
'अखिलेश यादव पर मुकदमा दर्ज हो...', संभल हिंसा को लेकर बोले आचार्य प्रमोद कृष्णम
सपा चीफ ने कहा कि 'मैं भारतीय जनता पार्टी का धन्यवाद देता हूं कि आपने जो कोचिंग दी हम लोगों को इस चुनाव में, पूरा प्रशासन आगे करके, बेईमानी करके.'
संभल पर बोले सपा चीफ
पूर्व सीएम ने कहा कि 'कटेहरी का चुनाव समाजवादियों का जीता हुआ चुनाव था. भाजपा जब हार गई तो उसने अपने कार्यकर्ताओं को पीछे कर दिया और जिला प्रशासन से लेकर जो कुछ कर सकते थे अनकंस्टीट्यूशनल वह सब किया.'
अखिलेश ने दावा किया कि एनटीपीसी पर दबाव बनाकर उनके सीएसआर से स्कूटी बाँटी गयी.बीजेपी ने कटेहरी चुनाव बेईमानी से जीता है. लखनऊ और दिल्ली की लड़ाई में जनता पिस रही है. आलापुर से सपा विधायक की बेटी की शादी में शामिल होने आए अखिलेश यादव ने कहा कि संभल में जो हुआ वह सरकार ने अपनी नाकामी छिपाने के लिए कराया है.वोट की लूट पर बात न इसलिए जान बूझ कर संभल की घटना कराई गई.
सपा नेता ने कहा कि संभल में सर्वे टीम के साथ जो बीजेपी कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए गए उन पर कार्यवाही क्यों नहीं हुई. (अंबेडकरनगर से यज्ञेश त्रिपाठी की रिपोर्ट)