Kanpur News: कानपुर में सपा विधायक इरफान सोलंकी (Irfan Solanki) के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के डेलिगेशन ने पुलिस कमिश्नर (Police Commissioner) से मुलाकात की. पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर डेलिगेशन ने उन्हें वह सीसीटीवी फुटेज दिखाया जिसमें बच्चे आतिशबाजी करते हुए दिखाई दे रहे हैं.
आजिशबाजी के कारण लगी थी महिला के घर में आग
डेलिगेशन ने दावा किया कि इस आतिशबाजी की वजह से ही शिकायतकर्ता महिला के घर में आग लगी थी. डेलिगेशन की अगुवाई कर रहे सपा विधायक व विधान सभा सचेतक मनोज पांडे ने कहा कि पीड़िता ने विधायक के भाई रिजवान सोलंकी पर आरोप लगाया था. उन्होंने कहा कि पूरे मामले में पीड़िता का जो बयान सामने आया था उसमें इरफान सोलंकी का कहीं नाम नहीं लिया गया. इसके बाद बिना मामले की जांच किए केवल इरफान सोलंकी पर मामला दर्ज किया गया बल्कि विधायक होने के बावजूद उसके घर पर दबिश भी दी गई जैसे किसी अपराधी के घर में दी जाती है.
सपा विधायक होने की वजह से उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा
उन्होंने कहा कि सपा का विधायक होने की वजह से इरफान सोलंकी को प्रताड़ित किया जा रहा है. इसी जिले में बीजेपी के कैबिनेट मंत्री कोर्ट से आदेश की कॉपी लेकर फरार हो गए थे इस मामले में कार्रवाई के लिए कोतवाली में तहरीर भी दी गई थी लेकिन मामला तक दर्ज नहीं हुआ. वहीं झूठे मामले में इरफान सोलंकी का नाम आने पर उन पर तत्काल कार्रवाई की गई. उन्होंने कहा कि पुलिस कमिश्नर ने उन्हें उचित कार्रवाई करने और तीन अफसरों की कमेटी से मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है. इसके बाद भी अगर विधायक इरफान सोलंकी का उत्पीड़न नहीं रुकता है तो वह सड़क से लेकर सदन तक विरोध करेंगे. वहीं पुलिस कमिश्नर मामले की जांच कराने की बात कह रहे हैं.
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