UP News: अलीगढ़ के गांधी पार्क थाना क्षेत्र के एक परिवार के घर पर दबंगों द्वारा कब्जा कर लिया गया. जिसके बाद देर रात पूरा परिवार डीएम आवास के बाहर धरने पर बैठ गया. परिवार में बुजुर्ग, छोटे-छोटे बच्चे और महिलाएं भी शामिल थीं. सूचना पर अपर सिटी मजिस्ट्रेट पहुंच गए. पीड़ित परिवार ने मजिस्ट्रेट को बताया कि दबंग ने आकर अपने साथियों के साथ परिवार के लोगों के साथ मारपीट की और घर पर कब्जा कर लिया. पुलिस ने भी उसका सहयोग किया है. अपर सिटी मजिस्ट्रेट ने परिवार से वार्ता करने के बाद उनको थाने भिजवाया गया. दबंगों द्वारा घर में कब्जा करने का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है.



1975 में दोनों भाईयों ने खरीदा था प्लॉट
दरअसल, गांधी पार्क थाना क्षेत्र के रहने वाले वासुदेव सिंह और उसके भाई तेजवीर सिंह ने एक प्लॉट सन 1971 में खरीदा था. तेजवीर सिंह दिल्ली जाकर बस गए थे इसलिए उन्होंने प्लॉट वासुदेव को 1995 में बेच दिया था, लेकिन वर्ष 2020 में तेजवीर सिंह और उनके पुत्र ने वासुदेव से कहा कि हम जमीन नहीं देंगे. हमारी जमीन हमको वापस कर दो. इस पर वासुदेव ने कहा कि मैंने वह जमीन खरीदी है. जिसके बाद दोनों ही पक्षों के बीच उस समय मारपीट हुई थी. जिस पर थाने में दोनों पक्षों में बाद में फैसला हो गया था. वासुदेव ने इस मामले को लेकर सिविल कोर्ट में एक वाद दायर कर दिया. जिसका वाद अभी सिविल कोर्ट में चल रहा है.


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दबंग सतेंद्र सिंह ने मकान पर किया कब्जा
इस घटना के बाद तेजवीर सिंह ने फर्जी तरीके से उस मकान को एक दबंग सत्येंद्र सिंह को बेच दिया. कल सत्येंद्र सिंह अपने साथियों के साथ उक्त मकान पर कब्जा लेने आया था. आरोप है कि उसने वहां वासुदेव के परिवार के साथ मारपीट की. इसका वीडियो भी किसी ने बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. जिसके बाद थक-हार कर पीड़ित परिवार देर रात डीएम आवास के बाहर धरने पर बैठ गया. मौके पर अपर सिटी मजिस्ट्रेट पहुंचे. उन्होंने पीड़ित परिवार से वार्ता की और उसके बाद इलाका पुलिस को पीड़ित परिवार के साथ मौके पर जाने के निर्देश दिए.

पीड़ित परिवार ने लगाया पुलिस के मिलीभगत का आरोप
वासुदेव के पुत्र मोहन ने बताया कि पुलिस ने मेरे मकान पर कब्जा कराया है. मेरा जो कब्जा है वह दोबारा से मिल जाए. दो साल से सिविल कोर्ट में मुकदमा चल रहा था और इस बीच सत्येंद्र ने उसका बैनामा करा लिया. हमने इसकी सूचना पूर्व में डीएम साहब, एसएसपी, थाना गांधी पार्क पुलिस और मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी दिया है. उसके बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई है.  दबंगों ने आकर हमारे साथ मारपीट की. हम लोगों को तो अस्पताल भेज दिया गया और पीछे से हमारे मकान पर पुलिस ने कब्जा करा दिया. इसलिए हम डीएम आवास पर आ गए हैं.

क्या कहा मजिस्ट्रेट ने?
अपर सिटी मजिस्ट्रेट कुंवर बहादुर सिंह ने बताया कि नगला माली के लोग यहां धरने पर बैठे थे. उनके मकान के बंटवारे को लेकर विवाद था. वह लोग अपनी व्यथा यहां कहने आए थे. मैंने पुलिस को निर्देश दिए हैं. पुलिस मौके पर जा रहे हैं इनको भी भेजा जा रहा है तुरंत कार्यवाही कराई जाएगी.


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