UP News: उत्तर प्रदेश में जहां योगी सरकार गरीबों को मुफ्त राशन देने की योजना चला रही है, वहीं कुछ भ्रष्ट लोग इस योजना असफल बनाने पर तुले हैं. शामली में इसी से जुड़ा मामला सामने आया है. जहां एक सरकारी गल्ले का डीलर चोरी-छिपे गरीबों को वितरित किया जाने वाले राशन को बेचने जा रहा था. हालांकि वक्त रहते इस वाहन डीलर को रंगे हाथों पकड़ लिया गया है.
डीलर पर कालाबाजारी का आरोप
दरअसल मामला जनपद शामली के कांधला थाना क्षेत्र के गांव सल्फा का है, जहां इस कोरोना संकट के मुश्किल दौर में भी कुछ भ्रष्ट लोग गरीबों का निवाला छीनने का काम कर रहे हैं. इस गांव के राशन डीलर राजकुमार पर ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि वह गरीबों को राशन वितरण न करके उसकी कालाबाजारी करता है. जिसे लेकर प्रशासन से शिकायत भी कर दी गई है. वहीं प्रशासन भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है.
ग्रामीणों ने रंगे हाथों पकड़ा
ग्राम प्रधान गंगाराम को किसी मुखबिर ने सूचना दी कि रामकुमार चोरी-छिपे सरकारी राशन को बाजार में बेचने के लिए जा रहा है. सूचना पर ग्राम प्रधान अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंचे और राशन से भरी हुई गाड़ी को रुकवा लिया. जब उक्त गाड़ी के ड्राइवर से पूछताछ की गई तो उसने डीलर राम कुमार का राशन बताया, जिसे वह बाजार में बेचने के लिए जा रहा था. प्रधान ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस व जनपद के आपूर्ति अधिकारी को दी. इसके बाद पुलिस राशन की गाड़ी को खंद्रावली चौकी पर ले कर आ गई.
'अपनी जेब भर रहा डीलर'
वहीं ग्राम प्रधान गंगाराम का कहना है कि गांव में राशन डीलर महीने में दो बार आता है, लेकिन डीलर की तरफ से सिर्फ एक बार ही बांटा जाता है और दूसरा राशन बाजार में सप्लाई किया जाता है. उन्होंने आरोप लगाया है कि राशन डीलर रामकुमार अपनी जेब भरने का काम कर रहा है.
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