Bareilly News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के निर्देश पर एक बार फिर से मिशन शक्ति अभियान के तहत एंटी रोमियो स्क्वायड (Anti Romeo Squad) को एक्टिव किया गया है. जिसे देखते हुए बरेली में बुधवार को एडीजी राजकुमार (ADG Rajkumar), आईजी रमित शर्मा और एसएसपी अखिलेश चौरसिया ने एंटी रोमियो स्क्वॉड में तैनात महिला पुलिसकर्मियों को एक बार फिर से शोहदों के खिलाफ सख्ती से निपटने के टिप्स दिए. 


बरेली में एंटी रोमियो स्क्वायड एक्टिव
बरेली में नवरात्रि के दौरान मंदिर आने जाने वाली महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा के लिए बरेली पुलिस ने सचल दस्ता बनाया है, जो स्कूल, कॉलेज और पार्कों पर तैनात किया गया है. महिलाओं और छात्राओं के साथ होने वाली छेड़छाड़ को रोकने के लिए महिला सिपाहियों का एक सचल दस्ता बनाया गया है जो एंटी रोमियो स्क्वाड और महिला सुरक्षा दल के रूप में शहर भर में काम करेगा. ये सभी थाना क्षेत्रों में घूम-घूम कर महिला और छात्राओं को जागरूक भी करेगा.


एडीजी राजकुमार ने बताया कि इस अभियान का मकसद किसी को नीचा दिखाना नहीं है. अगर कोई छेड़छाड़ करता है तो इसका मतलब ये नहीं कि उसको सबके सामने शर्मिंदा बल्कि थाने ले जाकर उन बच्चों की काउंसलिंग की जाए और उनके पेरेंट्स को बुलाया जाए.


महिलाओं की सुरक्षा के लिए सचल दस्ता तैयार
एडीजी राजकुमार ने कहा कि मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला पुलिस कर्मियों का एक सचल दस्ता शहर से लेकर देहात तक एक्टिवेट किया गया है. जो महिला सुरक्षा को लेकर काम करेगा. उन्होंने कहा कि सरकार का आदेश है कि महिला संबंधी अपराधों पर सख्ती से नियंत्रण किया जाए. उसी निर्देश के क्रम में आज महिला सिपाहियों के सचल दस्ते को शहर में भेजा गया है. ये सचल दस्ता महिला, लड़कियों की सुरक्षा के लिए काम करेगा जो स्कूल कॉलेज मंदिरों पार्कों पर तैनात किया गया है. 


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महिलाएं और लड़कियां कर सकेंगी शिकायत
एडीजी ने कहा कि लड़का-लड़की स्वेक्षा से कहीं बैठे हैं तो उन्हें परेशान नहीं करना है. पुलिसकर्मी बॉडी बॉर्न कैमरा जरूर लगाएं. हर स्कूल में एक शिकायत पेटिका रखी जाए जिसमें छात्राएं अपनी परेशानी लिखकर पर्ची डाल सकेगी और सप्ताह में एक बार उसे एंटी रोमियो स्क्वॉड देखेंगे, छात्राओं का नाम सार्वजनिक नही किया जायेगा. सड़क पर किसी से उठक-बैठक न लगवाए, मुर्गा न बनाए. एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाएं जिसमें एएनएम और सोशल वर्क करने वाली महिलाओं को उस ग्रुप में जोड़ें उससे सहायता मिलेगी. 


एडीजी ने महिला पुलिसकर्मियों से कहा कि सबसे बड़ी समस्या सोशल मीडिया की है. जिसमे महिला पुलिसकर्मी अपनी रील बनाकर डालती है. ऐसा नहीं करना है. पिछले दिनों मुरादाबाद में महिला पुलिसकर्मियों ने ऐसा किया था जिन्हें निलंबित किया गया है. रिल्स बनाकर डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. 


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