UP News: यूपी के औरैया (Auraiya) जिले में पिछले साल 2021 के मुकाबले यमुना नदी उफान पर है. यमुना नदी अपना रौद्र रूप जिले में दिखा रही है. औरैया जिले में जल स्तर 117.84 तक बढ़ चुका है. औरैया जिले की हालात यह हैं कि करीब 2 तहसीलों में 15 गांव जलमग्न हो चुके हैं. जिला प्रशासन ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहा है और उन्हें हर सुविधाओं की व्यवस्था मुहैया करा रहा है. गांव में यमुना का पानी भर चुका है और गांव में घर और स्कूल जल में समा चुके हैं. गांव के कुछ लोग अपनी नाव से गांव छोड़ रहे है. वहीं जरूरत मंद लोगों के लिए NDRF लगातार बोट से रेस्क्यू करती नजर आ रही है.


घर पूरी तरह से डूबे
दरअसल, साल 2021 में जो यमुना में बाढ़ आई थी वह लोगों के लिए मुशीबत बन कर आई थी. एक बार फिर से राजस्थान कोटा से छोड़ा गया पानी यमुना किनारे बसे गांव के लिए त्राहिमाम मचाए हुए है. यहां पर गांवों की हालात यह है कि आधे से ज्यादा गांव जलमग्न हो चुके हैं. एक मंजिला इमारत पूरी तरीके से डूब चुकी है. गांव के अंदर घर और स्कूल पूरी तरह से डूब चुका है. यहां तक की श्मशान घाट भी यमुना नदी में समा गया है.


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ग्रामिणों ने लगाया प्रशासन पर आरोप
सिकरोड़ी गांव के अंदर का जल स्तर बढ़ चुका है. गांव के लोग नाव से अपनी जरूरत के गृहस्थी का सामान लेकर गांव से पलायन करते दिख रहे हैं. NDRF की टीम भी लगातार रेस्क्यू कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंच रही है. औरैया जिले में अब जल स्तर 117.84 तक बढ़ गया है. जिस पर हालात यह है कि गांव में बने स्कूल घर सब यमुना जल में डूब चुके है. लोग अब भी छतों पर रहने को मजबूर हैं. जिला प्रशासन लगातार इन गांव में पहुंचकर लोगों की मदद पहुंचा रहा है. लेकिन कुछ ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में किसी तरीके की मदद नहीं मिल रही न ही खाने से लेकर कोई अधिकारी पूछताछ के लिए आ रहा है. 


क्या कहा जिलाधिकारी ने?
जिलाधिकारी प्रकाश चन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि जिन गांव में जल पूरी तरीके से भर गया.गांवों से रेस्क्यू करके लाए गए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. इसके साथ ही रहने की सुविधा दी जा रही है. जो लोग गांव के अंदर हैं उन्हें दाल चावल लाई गुड़ चना माचिस जैसी चीजें पहुंचाई जा रही हैं. जो 15 दिनों के लिए दी गई है. इसके साथ ही 9 चौकियों में हमारे प्रशासनिक अधिकारी मौजूद हैं. अधिकारी ने बताया कि सबसे ज्यादा प्रभावित गांव सिकरोड़ी और अस्ता गांव है.


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