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Auraiya News: बाढ़ के बाद ग्रामीणों को सताया मगरमच्छों का डर, प्रशासन ने की यमुना किनारे न जाने की अपील
Auraiya News: औरैया में यमुना का जलस्तर कम होने लगा है, जिसके बाद लोग ने घरों की ओर रुख कर दिया है. लेकिन इस बीच अब ग्रामीणों को चंबल नदी से आए मगरमच्छों का डर सता रहा है.
Auraiya News: औरैया जिले में यमुना (Yamuna) का जलस्तर (Water Level) कम होने लगा है, जिसके बाद यमुना (Yamuna) किनारे बसे गांव के लोग एक बार फिर अपने घरों की ओर लौटने लगे हैं. लोगों ने अपने घरों की ओर रुख तो कर दिया है लेकिन अब उनके मन में सबसे ज्यादा खतरा चंबल नदी से आए मगरमच्छ का दिख रहा है जिसको लेकर ग्रामीणों को प्रशासन ने अलर्ट रहने के लिए कहा है. वहीं दूसरी तरफ डिप्टी एसपी सहित सीडीओ व पुलिस फोर्स ने बाढ़ प्रभावित गांव में पहुंचकर बैंड बाजे के साथ मुनादी की और लोगों को नदी किनारे न जाने की अपील की है.
बाढ़ से पहले प्रशासन की तैयारी
औरैया जिले में 3 तहसीलें हैं, जिनमें से दो तहसील औरैया सदर और अजीतमल हर साल बाढ़ से प्रभावित होती हैं. इन दोनों तहसीलों में 15 गांव सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं, जिनमें से गौहानी कला, अस्ता, सिकरोड़ी जैसे कुछ गांवों में तो लोगों को पलायन तक करना पड़ जाता है. इन गांवों को लेकर प्रशासन पहले से ही अलर्ट घोषित कर देता है जैसे ही यहां यमुना का पानी खतरे के निशान की ओर बढ़ना शुरू होता है यहां के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया जाता है.
औरैया जिले में 3 तहसीलें हैं, जिनमें से दो तहसील औरैया सदर और अजीतमल हर साल बाढ़ से प्रभावित होती हैं. इन दोनों तहसीलों में 15 गांव सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं, जिनमें से गौहानी कला, अस्ता, सिकरोड़ी जैसे कुछ गांवों में तो लोगों को पलायन तक करना पड़ जाता है. इन गांवों को लेकर प्रशासन पहले से ही अलर्ट घोषित कर देता है जैसे ही यहां यमुना का पानी खतरे के निशान की ओर बढ़ना शुरू होता है यहां के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया जाता है.
यमुना का जलस्तर घटा, लौटने लगे लोग
वहीं अब यमुना का जलस्तर घट रहा है, ऐसे में लोग अब एक बार फिर से अपने घरों में वापसी के लिए गांव आने लगे हैं. लेकिन अब ग्रामीणों के साथ-साथ प्रशासन को भी सबसे ज्यादा इस बात की चिंता सता रही है कि कहीं चंबल नदी से यमुना नदी के सहारे आए मगरमच्छ भी यमुना में बने हुए हैं. जिससे लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है. प्रशासन की ओर से ग्रामीणों के सख्त आदेश दिए गए हैं कि कोई भी यमुना नदी के पास नहीं जाएगा, ताकि कोई बड़ी घटना न हो जाए.
इलाके में मंडराया मगरमच्छों का खतरा
बाढ़ में सिकरोड़ी गांव पूरी तरह जल मग्न हो गया था, लेकिन यमुना का जलस्तर कम हुआ तो गांव के लोग भी वापस आने लगे हैं. इसी को देखते हुए अजीतमल के डिप्टी एसपी प्रदीप कुमार व मुख्य विकास अधिकारी के साथ भारी पुलिस फोर्स ने गांव का निरक्षण किया. इस दौरान बैंड-बाजे के साथ डिप्टी एसपी ने मुनादी की और लोगों को सूचित किया कि यमुना का जल स्तर तो कम हो गया है लेकिन यहां चंबल नदी से आए मगरमच्छों को देखा गया है, इसलिए कोई भी यमुना नदी के किनारे न जाए, महिलाएं बच्चों का भी ध्यान दें.
बाढ़ में सिकरोड़ी गांव पूरी तरह जल मग्न हो गया था, लेकिन यमुना का जलस्तर कम हुआ तो गांव के लोग भी वापस आने लगे हैं. इसी को देखते हुए अजीतमल के डिप्टी एसपी प्रदीप कुमार व मुख्य विकास अधिकारी के साथ भारी पुलिस फोर्स ने गांव का निरक्षण किया. इस दौरान बैंड-बाजे के साथ डिप्टी एसपी ने मुनादी की और लोगों को सूचित किया कि यमुना का जल स्तर तो कम हो गया है लेकिन यहां चंबल नदी से आए मगरमच्छों को देखा गया है, इसलिए कोई भी यमुना नदी के किनारे न जाए, महिलाएं बच्चों का भी ध्यान दें.
इस बीच कुछ ग्रामीणों ने यमुना में कम हुए पानी का एक वीडियो भी बनाया है जिसमें एक मगरमच्छ को यमुना नदी में आराम करते देखा गया है. प्रशासन की ओर से ग्रामीणों की हर संभव मदद का भरोसा भी दिया गया है.
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