Auraiya News: औरैया में जर्जर मकानों को तीन दिन में तोड़ने का अल्टीमेटम, नगर पालिका ने चस्पा किया नोटिस
UP News: औरैया शहर के मोहल्ला मदार दरवाजा में विगत दिनों कई मकानों में आई दरारों के मामले में नगर पालिका परिषद की ओर से सात मकानों पर नोटिस चस्पा दिया गया है.
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के लखनऊ (Lucknow) और आगरा (Agra) में हुए हादसे के बाद औरैया जिला प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है. यहा मकान मालिकों को तीन दिन के अंदर मकान खाली करने का अल्टीमेटम दिया गया है. साथ ही इन मकानों को ध्वस्त करने से पहले नगर पालिका ने तीन दिनों में मकान खाली कराने के लिए नोटिस दिया है, जिसके बाद इन मकानों को ध्वस्त किया जाएगा. दरअसल, औरैया सदर में मदार दरवाजे में एक दर्जन से ज्यादा मकानों में रहस्यमय तरीके से दरारें आने लगी थी, जिसके बाद जिलाधिकारी द्वारा टीमें बनाई गई और जांच की गई. इसके बाद फैसला लिया गया कि इन मकानों को ध्वस्त किया जाएगा. प्रशासन के इस फैसले से क्षेत्रीय लोगों में नाराजगी है और यह प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है. वहीं धीरे-धीरे इन मकानों में आ रही दरारों से बड़ा हादसा होने का खतरा बढ़ता ही जा रहा है.
दरअसल, कुछ महीनों से मदार दरबाजे में बने करीब एक दर्जन से ज्यादा मकानों में रहस्मय तरीके से पक्के मकानों में दरार आने लगी. दरार आने से यहां के लोगों में दहशत फैलाने लगी और यहां रह रहे लोगों ने जिलाधिकारी को इसकी जानकारी दी. जानकारी मिलने के बाद जिलाधिकारी ने टीम गठित की जिसमें नगर पालिका पीडब्ल्यूडी व जल निगम की टीमें शामिल थी. वहीं तीनों टीमों ने जिलाधिकारी को अपनी-अपनी रिपोर्ट पेश की जिसमें पीडब्ल्यूडी की टीम ने बताया कि इन मकानों में आ रही दरार के पीछे की वजह जमीन में पड़ी पानी की पाइप लाइन है. वहीं नगर पालिका की टीम ने जब मकानों में आ रही दरार को लेकर जांच कि तो अधिशासी अधिकारी राम कमल असरे ने बताया कि मदार दरवाजे में स्थित एक भवन था जो पिछले कई सालों से खाली पड़ा था. जब उसके फर्श को खुलवाया गया तो वह करीब 15 फुट नीचे चला गया है और आस पास के भवन उस के सापोर्ट में है.
प्रशासन के खिलाफ लोगों में नाराजगी
वह भवन करीब 100 साल पुराना बना हुआ है. वहां के लोगों का कहना है कि वहां पर कुछ लोग पहले गेंहू दलह का काम करते थे. उन्हें इक्कठा करते थे और जब नई पीढ़ी आई तो उन्होंने उस काम को बंद करके उस जगह पर ही भवन का निर्माण कर दिया और बिल्डिंग बना दी. इसकी वजह से वह क्षतिग्रस्त हो गई है. फिलहाल, दोनों तरफ से की गई जांच में यह स्पष्ट नहीं हुआ कि आखिर मकानों में दरार क्यों आ रही है. यही वजह है कि जिला प्रशासन और नगर पालिका किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार न करते हुए शुरुआत में सात मकान मालिकों को तीन दिन के भीतर घर खाली कराने का नोटिस दिया है. साथ ही घर खाली होने के बाद इन मकानों को ध्वस्त किया जाएगा. नगर पालिका ने उस गली को पूरी तरह से बंद कर दिया है, लेकिन नगर पालिका की इस कार्रवाई से लोग नाराज हैं.
जल्द ही ध्वस्त होगा मकान
स्थानीय लोगों का कहना है कि बेरिकेटिंग लगाने से क्या फायदा है, लोग पैदल निकल रहे हैं क्यों उनके ऊपर मकान नहीं गिर सकता है. क्या उन्हें जान माल की हानि नहीं होगी. वहीं मकान गिरने का आदेश दे दिया, लेकिन कोई मुआवजा नहीं दिया जा रहा है हम लोग कहा जाएंगे. नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी राम कमल आसरे ने जानकारी देते हुए बताया कि औरैया सदर क्षेत्र के मदार दरबाजे में कई मकानों में आई दरार को लेकर जांच की गई थी. वहीं मकान में लगातार बढ़ रही दरार से खतरे को देखते हुए चार मकान को खाली कराने का नोटिस दिया है. साथ ही उसे ध्वस्त किया जाएगा.
यह भी पढ़ें:-