UP News: अयोध्या के धन्नीपुर मस्जिद निर्माण में संकट के बादल मंडरा रहे हैं. इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ने डेढ़ साल पहले अयोध्या विकास प्राधिकरण में नक्शे के लिए आवेदन किया था, लेकिन संबंधित विभाग से एनओसी न मिल पाने के कारण मस्जिद का निर्माण नहीं शुरू हो पा रहा है. राम मंदिर बाबरी मस्जिद फैसले पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा सोहावल तहसील के धन्नीपुर गांव में मस्जिद निर्माण के लिए 5 एकड़ जमीन दी गई है. मस्जिद निर्माण के लिए अब तक नक्शा पास करने की प्रक्रिया भी पूरी नहीं हो पा रही है.
अब तक किसी विभाग से नहीं मिला अनापत्ति पत्र
अब इसमें एक नया रोड़ा सामने आया है. अयोध्या विकास प्राधिकरण से नक्शा पास करने के लिए 8 विभागों से एनओसी मांगा है. अभी तक किसी विभाग ने अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं दिया है. केवल फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर जांच की तो पाया कि जिस तरह से मस्जिद का निर्माण होना है उस पर एप्रोच रोड की चौड़ाई बहुत कम है एप्रोच रोड की चौड़ाई मौजूदा समय में केवल 6 मीटर है जबकि 12 मीटर होनी चाहिए. ऐसे में फायर ब्रिगेड ने एनओसी देने से मना कर दिया है.
अयोध्या मस्जिद होगा नया नाम
इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन की मस्जिद का नाम अयोध्या मस्जिद होगा. सुप्रीम कोर्ट के जिस आदेश से राम जन्मभूमि मंदिर बन रहा है उसी आदेश के तहत मस्जिद निर्माण के लिए जमीन आवंटित की गई है. 5 एकड़ भूमि 15 माह में अभी तक पास नहीं हुआ है. मस्जिद का नक्शा विभिन्न विभागों से विकास प्राधिकरण ने नोटिस भेजकर एनओसी मांगी है. सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर 2019 को अयोध्या के मंदिर मस्जिद विवाद में राम जन्मभूमि परिसर को रामलला विराजमान को मंदिर निर्माण के लिए दिया तो उसी आदेश में मस्जिद के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को अयोध्या में प्रमुख स्थान पर 5 एकड़ जमीन आवंटित करने के आदेश भी दिए थे.
सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आने के बाद अयोध्या जिला प्रशासन ने मस्जिद के लिए 5 एकड़ भूमि तलाशने का काम शुरू किया था. इसके लिए कई जमीन तलाशी गई और लगभग 8 माह बाद मस्जिद के लिए अयोध्या से लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग से 250 मीटर दूर सोहावल तहसील के धन्नीपुर गांव में जिला प्रशासन ने जमीन का आवंटन कर दिया. श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन हुआ तो वही मस्जिद निर्माण के लिए इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन बनाया गया.
क्या कहा प्रवक्ता ने?
इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन मस्जिद ट्रस्ट के प्रवक्ता अरशद अफ़ज़ाल खान ने बताया कि अयोध्या विकास प्राधिकरण में 15 जुलाई को फायर ब्रिगेड समेत आठ विभागों को पत्र भेजकर अनापत्ति प्रमाण पत्र मांगा था, लेकिन किसी विभाग ने अभी तक एनओसी नहीं दिया है. फायर ब्रिगेड की आपत्ति के बाद फाउंडेशन ने मांग की है कि सरकार एप्रोच रोड को 6 मीटर से बढ़ाकर 12 मीटर करें ताकि फायर ब्रिगेड से एनओसी जारी हो सके.