UP News: आजम खान की बढ़ेगी मुश्किलें, मदरसा बोर्ड के चेयरमैन ने लगाया मदरसा कब्जाने का आरोप
उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. इफ्तेखार अहमद ने पूर्व मंत्री आजम खान पर सपा की सरकार के दौरान रामपुर स्थित प्रदेश के एक मात्र राजकीय मदरसे पर कब्जा करने का आरोप लगाया है.
उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. इफ्तेखार अहमद ने सांसद आजम खान पर सरकारी मदरसे पर कब्जा करने का आरोप लगाया है. उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. इफ्तेखार अहमद ने पूर्व मंत्री आजम खान पर सपा की सरकार के दौरान रामपुर स्थित प्रदेश के एक मात्र राजकीय मदरसे पर कब्जा करने का आरोप लगाया है चेयरमैन का कहना है कि वह इस मामले को लेकर काफी गंभीर है इसकी पूरी फ़ाइल निकलवा कर इसकी गंभीरता से जांच करवाएंगे.
आजम खान की बढ़ेगी मुसीबत
रामपुर से सांसद और यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान की मुश्किलें और बढ़तीं नजर आ रहीं हैं. सांसद आजम खान पहले से ही जेल में बंद हैं. वहीं अब उन पर उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. इफ्तेखार अहमद ने सरकारी मदरसे पर कब्जा करने का आरोप लगाया है. आरोप है कि आजम खान ने पूर्ववर्ती सपा सरकार में रामपुर के एक सरकारी मदरसे पर कब्जा किया है. यही नहीं मदरसे पर कब्जा कर उसमे एक प्राइवेट स्कूल खोल दिया.
उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में मदरसा-ए-आलिया (राजकीय ओरिएंटल कालेज) जिसकी स्थापना 1774 में हुई थी जो आध्यात्मिक शिक्षा अरबी, फ़ारसी एवं साहित्यिक ज्ञान का केंद्र रहा है. यह देश का पहला ऐसा मदरसा था जहां इस्लामिक देशों से भी बच्चे आकर शिक्षा हासिल करते थे. मौलाना मोहम्मद अली जौहर ने भी इस मदरसे में शिक्षण कार्य किया है.
मदरसे पर कब्जा कर दूसरे जगह किया शिफ्ट
मौलाना मोहम्मद अली जौहर के नाम पर यूनिवर्सिटी बनाने वाले जेल में बंद सपा नेता आज़म खान ने इस मदरसे पर पूरी तरह से कब्ज़ा जमा लिया और इस मदरसा-ए-आलिया को दूसरी जगह दो कमरे में शिफ़्ट करा दिया.
उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सपा सरकार में सरकारी मदरसे को नुकसान पहुंचाया गया, उस पर कब्जा किया गया. डॉ. इफ्तेखार अहमद ने कहा कि किताबें भी मदरसे से चोरी की गई थी, लेकिन वह बरामद हो चुकीं हैं, उन्होंने कहा कि वह मदरसे पर हुए कब्जे के मामले में सख्त कार्रवाई कराएंगे.
उत्तरप्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद के चेयरमैन डॉ. इफ्तेखार अहमद जावेद का कहना है कि वह इन दिनों अलग-अलग जिलों में जाकर मदरसों के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं. वह मदरसों में जाकर उनका निरीक्षण और नीतिगत विषयों पर भी जानकारी ले रहे हैं.
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