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Azamgarh News: संभावित बाढ़ से निपटने के लिए आजमगढ़ प्रशासन ने उठाए ये कदम, पिछले साल मची थी भारी ताबाही
UP News: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में मानसून के कारण संभावित बाढ़ को लेकर प्रशासन ने तैयारियां की हैं. तैयारियों को लेकर बाढ़ खंड विभाग से एबीपी न्यूज ने बात की है.
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश (UP) के आजमगढ़ (Azamgarh) में बाढ़ से बचाने को लेकर बाढ़ खंड विभाग (Flood Division) की क्या तैयारी है, इस संबंध एबीपी न्यूज (ABP News) ने बात की. विभाग का दावा है कि इस बार बाढ़ से निपटने की पूरी व्यवस्था की गई है. विभाग ने कहा कि सगड़ी तहसील (Tahsil Sagri) के अंतर्गत देवरा क्षेत्र में महुला गढ़वल और गांगेपुर मठिया बांध पर पिछले वर्ष कटान तेज थी, जिसे बड़ी मुश्किल से बचाया जा सका था. इस बार रिंग बांध 80 परसेंट पूरा हो चुका है. साथ ही बदरहुआ नाले की मरम्मत की गई है. विभाग का कहना है कि इस वर्ष जनता को परेशान होने की जरूरत नहीं है, बाढ़ से पूरी सुरक्षा रहेगी.
जिला प्रशासन और बाढ़ खंड विभाग की तैयारियों के बाबत बाढ़ खंड अधिकारी का कहना है कि शहर में दो बांध हैं, जिनके रेगुलेटर की ऑयलिंग, गिरीसिंग और मरम्मत का कार्य पूरा कर लिया गया है. जल निकासी के लिए जिला प्रशासन ने भी पांच नए पंप लगाए हैं, जिससे इस साल लोगों को बाढ़ की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा.
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पिछले वर्ष बाढ़ से मची थी ऐसी तबाही
पिछले वर्ष 16 सितंबर 2021 की रात लगातार 6 घंटे हुई मूसलाधार बारिश ने आजमगढ़ में ऐसी तबाही में मचाई थी, जिसे याद कर आज भी लोग सहम उठते हैं. मूसलाधार बारिश से शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के निचले इलाके इस कदर जलमग्न हो गए थे कि लोगों को पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ा था.
शहर से सटे कोल बाज बहादुर कोलघाट, बागेश्वर नगर, प्रहलाद नगर, नाला धरमू, सिधारी समेत कई निचले इलाकों में बाढ़ के कारण रातोंरात लोगों की गृहस्थी बर्बाद हो गई थी. करीब 2 महीने बाद दीपावली के आसपास हालात सामान्य हो पाए थे.
सगड़ी तहसील अंतर्गत देवारा क्षेत्र में घाघरा नदी के उफनाने से तबाही मची थी. देवरांचल में घाघरा हर वर्ष रौद्र रूप धारण करती है लेकिन आज तक कोई स्थाई समाधान नहीं हो सका है. इस बार भी मानसून आने के बाद लोग बाढ़ को लेकर आशंकित हैं.
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