Balrampur NSA Against Former MP Rizwan Zaheer: पूर्वांचल की सियासत में बड़ा दखल रखने वाले पूर्व सांसद रिजवान जहीर (Rizwan Zaheer) उस वक्त सुर्खियों में आ गए जब विधानसभा चुनाव में उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के खिलाफ विवादित बयान दिया था. लेकिन अब उनकी मुसीबतें कम होने के नाम नहीं ले रही हैं. रिजवान जहीर इन दिनों हत्या के आरोप में जेल में बंद हैं. उनके साथ बेटी और दामाद भी जेल की हवा खा रहे हैं और अब प्रशासन ने उन पर एनएसए भी लगा दिया है. वहीं दूसरी तरफ अब तक उनकी 6 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क हो चुकी है.
रिजवान जहीर का विवादों से पुराना नाता
विवादित बयानों से रिजवान जहीर का पुराना नाता रहा है. 90 के दशक में उन्होंने सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव (Mulyam Singh Yadav) को भी अपने सामने चुनाव लड़ने की चुनौती दी थी लेकिन तब से आज तक वो कोई चुनाव नहीं जीत पाए. इसी साल 4 जनवरी को सपा नेता और पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष तुलसीपुर फिरोज पप्पू की हत्या उनके ही घर के सामने कर दी गयी थी जिसमें रिजवान जहीर, उनकी बेटी जेबा रिजवान व दामाद रमीज नेमत खान समेत 6 लोगों का नाम सामने आया था. इस मामले की जांच करते हुए तत्कालीन एसपी हेमन्त कुटियाल ने सभी को जेल भेज दिया.
जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर लगा एनएसए
बलरामपुर जिला प्रशासन व जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर रिजवान की अब तक लखनऊ और तुलसीपुर की करीब 6 करोड रुपए की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है. इसमें उनकी कोठी, मकान व अन्य जमीने शामिल हैं. वहीं समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक मशहूद खाँ के भाई की शिकायत पर जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए दर्जनों बीघा जमीन पूर्व सांसद के कब्जे से मुक्त करा कर उन्हें सौंप दी और अब जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर रिजवान जहीर के खिलाफ एनएसए लगा दिया गया है. चूंकि रिजवान जहीर पहले से जेल में है इसलिए उन्हें NSA की एक प्रति जेल में ही तामिल करा दी गई है.
क्या सीएम योगी पर बयान देना पड़ा भारी
रिजवान जहीर के करीबियों की मानें तो रिजवान जहीर ने उतरौला क्षेत्र के एक सभा में विधानसभा चुनाव के दौरान योगी आदित्यनाथ को लेकर एक विवादित बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्होंने बहुतों को जिले भगाया है फिर वह चाहे अतीक अहमद रहे हो या फिर हरिशंकर तिवारी के बेटे कुशल तिवारी इसी तर्ज पर उन्होंने "योगी आदित्यनाथ को भी गोरखपुर भेजने की भी बात मंच से कह दी थी" इसी का खामियाजा आज रिजवान और उनके पूरे परिवार को भुगतना पड़ रहा है.
पुलिस अधीक्षक ने कही ये बात
इस मामले पर पुलिस अधीक्षक राजेश सक्सेना का कहना है कि कुख्यात अपराधी रिजवान जहीर काफी दिनों से जेल से बाहर आने का प्रयास कर रहा था. उसके बाहर आने से क्षेत्र का माहौल बिगड़ सकता है और लोगों में भय भी है. जिस कारण रिजवान जहीर पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की गई है.
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