(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Banda News: यमुना का रौद्र रूप, खतरे के निशान को पार कर घरों में घुसा पानी, हजारों बीघा फसल जलमग्न
Banda Flood: यूपी के बांदा में यमुना खतरे के निशान को पारकर 2 मीटर ऊपर बह रही है. जिसकी वजह से आस-पास के गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है. हजारों बीघा खेती जलमग्न हो गई है.
Banda Flood: यूपी के बांदा (Banda) में केन (Ken) के बाद अब यमुना नदी (Yamuna River) ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है. यमुना नदी अपने खतरे के निशान (Danger Mark) को पारकर लगभग 2 मीटर ऊपर बह रही है. जिसकी वजह से नदी के किनारे बसे आस-पास के गांव में बाढ़ (Yamuna Flood) का पानी घुस गया है और लोगों की परेशानियां बढ़ गईं हैं. लोगों के घरों में पानी घुस गया और हजारों बीघा फसलें जलमग्न हो गईं हैं. यही नहीं यमुना का पानी मुख्य मार्ग पर आने से बांदा से कानपुर-फतेहपुर (Kanpur-Fatehpur Road) को जाने वाले मार्ग पर भी आवाजाही बंद कर दी गई है. इस बीच जलशक्ति राज्य मंत्री रामकेश निषाद (Ramkes Nishad) ने भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया.
आसपास के गांवों में घुसा बाढ़ का पानी
बांदा में यमुना का पानी खतरे के निशान से लगभग 2 मीटर ऊपर बह रहा है जिसका असर आसपास के इलाकों पर दिखने लगा है. यहां की पैलानी तहसील के अंतर्गत चिल्ला क्षेत्र के आसपास के एरिया में नदी के किनारे बसे कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं और नदी का पानी गांव के अंदर घुस गया है जिससे लोगों की मुसीबत बढ़ गई है. यही नहीं नदी के किनारे के हजारों बीघा खेतों में खड़ी फसलें भी जलमग्न हो गई हैं जिसके चलते किसानों को काफी नुकसान हुआ है. यमुना का पानी यहां के मुख्यमार्ग तक पहुंचने लगा है जिसकी वजह से चिल्ला कस्बे के नजदीक पुलिस ने बैरियर लगाकर बांदा से फतेहपुर और कानपुर को जाने वाले मार्ग में वाहनों का आवागमन बंद कर दिया है.
जलशक्ति मंत्री ने किया प्रभावित इलाकों का दौरा
बाढ़ के खतरे को देखते हुए प्रदेश के जल शक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद ने आज स्ट्रीमर में बैठकर नदी किनारे बसे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और यहां के हालात का जायजा लिया. इसके साथ ही उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों तत्काल राहत कार्य चलाए जाने के निर्देश दिए. वही बांदा के जिलाधकारी अनुराग पटेल ने बताया कि जिला प्रशासन की बाढ़ से निपटने के लिए पूरी तैयारी है प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा लगातार नजर रखी जा रही है सभी बाढ़ चौकियां अलर्ट मोड पर हैं.
बाढ़ को देखते हुए प्रशासन ने कसी कमर
डीएम ने कहा कि बहुत से गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं लेकिन अभी किसी भी गांव में ऐसी स्थिति नहीं है कि वहां से लोगों को दूसरी जगह पर शिफ्ट किया जाए लेकिन प्रशासन द्वारा पहले से ही तैयारी कर ली गई है. अगर शिफ्ट करने की स्थिति बनती है तो उसके लिए स्थान चिन्हित कर लिए गए हैं. उन्होंने बताया कि राहत की बात है कि केन नदी का पानी कम हो रहा है लेकिन यमुना नदी का जलस्तर बढ़ रहा है जिसको देखते हुए राहत और बचाव कार्य की टीमों को अलर्ट कर दिया गया है जिससे कि बाढ़ के प्रभाव से किसी को कोई समस्या ना हो.
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