UP News: अबू धाबी की जेल में कैद यूपी के बांदा की शहजादी को किसी भी दिन फांसी दी जा सकती है. वहां की अदालत ने एक बच्चे की हत्या के आरोप में शहजादी को मौत की सजा सुनाई है. वहीं शहजादी के परिजनों का कहना है कि शहजादी के खिलाफ साजिश रच कर उसे फंसाया गया है. उसके परिजनों ने अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपनी बेटी को बचाने की अपील की है. 


यूपी के बांदा के गोयरा मुगली गाँव की रहने वाली शहजादी के पिता शब्बीर खान का कहना है कि 20 सितंबर के बाद किसी भी दिन उसकी बेटी को जो अबू धाबी की अल बाथुआ जेल में कैद है उसे फांसी दी जा सकती है. शब्बीर ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री से लेकर राष्ट्रपति तक सभी से उनकी बेटी के मामले में न्याय दिलाने की वे अपील कर चुके हैं लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ. उन्होंने प्रधानमंत्री से अपील की है कि उनकी बेटी को अब सिर्फ वही न्याय दिला सकते हैं.


अबू धाबी कैसे पहुंची शहजादी?
शब्बीर का कहना है कि अगर उनकी बेटी को फांसी हो गई तो वह भी जीवित नहीं रहेंगे. शब्बीर खान ने बताया कि उनकी बेटी शहजादी यहां रोटी बैंक नाम की एक संस्था में काम करती थी. शहजादी जब छोटी थी तो किचन में काम करते समय उसका चेहरा बुरी तरह झुलस गया था जिसका दाग उसके चेहरे पर था जिसको लेकर वह परेशान रहती थी. शब्बीर के मुताबिक 2020 में शहजादी की सोशल मीडिया के माध्यम से आगरा के रहने वाले उजैर नाम के व्यक्ति से जान पहचान हुई और दोनों की नजदीकियां बढ़ने लगी और 2021 में उजैर शहजादी के चेहरे का इलाज करने का बहाना बनाकर उसे अपने साथ आगरा ले गया.


इसके बाद उसे वहां से अबू धाबी ले गया जहां उसने अपने रिश्तेदारों फैज और नाजिया नाम की दंपति के यहां रख दिया. शहजादी जब उजैर के साथ गई थी तो अपने साथ घर से ज्वेलरी और काफी मात्रा में कैश भी ले गई थी. अबुधाबी में शहजादी नाजिया के घर में रहने लगी, कुछ दिनों बाद नाजिया ने एक बेटे को जन्म दिया और उसकी देखरेख कर जिम्मेदारी शहजादी को सौंप दी गई. क्योंकि नाजिया पेशे से प्रोफेसर थी तो घर पर बच्चे की देखभाल शहजादी ही करती थी.


शहजादी पर है मासूम की हत्या का आरोप
जब नाजिया का बच्चा 4 माह का हुआ तभी अचानक एक दिन गलत इलाज होने की वजह से बच्चे की मौत हो गई. शहजादी के पिता शब्बीर का कहना है कि बच्चे की मौत के 58 दिन बाद नाजिया और सैफ ने शाजिस के तहत उजैर और उसके भाई की झूठी गवाही के आधार पर शहजादी को बच्चे की हत्या का आरोपी बना दिया और शहजादी अबू धाबी की अलबथवा जेल में सलाखों के पीछे पहुंच गई. 


इस हत्या के आरोप में अदालत ने शहजादी को सजा ए मौत की सजा सुना दी और अब शहजादी को किसी भी दिन फांसी हो सकती है. शहजादी के पिता शब्बीर खान ने बताया कि 3 दिन पहले 17 तारीख को उनकी शहजादी से बात हुई थी तब उसने बताया था 1 सितंबर को जेल के अधिकारी उसके पास आए थे और उससे कहा था कि तुम्हें 20 सितंबर के बाद किसी भी दिन फांसी दी जा सकती है.


इसके बाद से अब शहजादी के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है शहजादी के पिता शब्बीर ने अब प्रधानमंत्री मोदी से अपील की है कि वह उसकी बेगुनाह बेटी को बचा ले नहीं तो अगर उसकी बेटी को फांसी होती है तो वह भी अपनी जान दे देगा.


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