Banda Suicide: बांदा (Banda) में बीती 30 जुलाई को कमासिन थाने में तैनात सिपाही (Policeman) की आत्महत्या (Suicide) मामले में नया मोड़ आ गया है. सिपाही का शव उसके आवास में फांसी के फंदे से झूलता हुआ मिला था. पुलिस इसे पहले खुदकुशी बता रही थी, लेकिन मृतक के पिता ने हत्या (Murder) की आशंका जताई, शुरुआती जांच में पुलिस ने पिता के दावों को तवज्जो नहीं दी लेकिन जब पिता ने पुलिस (Banfa Police) के उच्चाधिकारियों और सत्ताधारी कुछ नेताओं से मिलकर अपनी बात कही तो 56 दिन बाद इस मामले में तीन नामजद सिपाहियों समेत 6 के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. 


सिपाही की खुदकुशी मामले में नया मोड़
दरअसल कमासिन थाने में तैनात सिपाही राघवेंद्र थाना परिसर के नजदीक किराए के मकान में रहता था, जहां 30 जुलाई 2022 को इसी घर में उसका शव फांसी के फंदे से लटकता हुआ बरामद हुआ था. इस घटना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया और पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे गए, लेकिन उस समय पुलिस ने इस मामले को आत्महत्या बताया. मृतक सिपाही झाँसी जनपद का रहने वाला था बेटे की मौत की सूचना के बाद झांसी से बांदा पहुंचे राघवेंद्र के पिता गोकुल प्रसाद शुरुआत से ही इस मामले में अपने बेटे की हत्या की आशंका जाहिर कर रहे थे लेकिन पुलिस ने उनके दावों को नहीं माना. 


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पिता की शिकायत के बाद पलटा पूरा मामला
मृतक सिपाही के पिता लगातार अपनी बात पर कायम रहे और उन्होंने इस मामले को लेकर उच्च अधिकारियों और झांसी के कुछ सत्ताधारी नेताओं से मिलकर बेटे की हत्या की आशंका जताई. जिसके बाद जब स्थानीय पुलिस पर दबाव बना तो आखिरकार 56 दिन बाद पुलिस ने मृतक सिपाही के पिता गोकुल प्रसाद की तहरीर पर तीन नामजद उसी थाने के सिपाही व तीन अज्ञात के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस अब इस मामले की जांच में जुट गई है. 

इस पूरे मामले में बबेरू के पुलिस क्षेत्राधिकारी आर के सिंह का कहना है कि थाना कमासिन पर विगत दिनों आरक्षी राघवेंद्र द्वारा अपने आवास की छत पर फांसी लगा लिए जाने की घटना संज्ञान में आई थी. जिसके संदर्भ में उसके पिता द्वारा हत्या किए जाने की आशंका व्यक्त करते हुए तहरीर दी गई है. मामले में अभियोग पंजीकृत करके जांच की जा रही है. 


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