Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली में महिला वकील से शादी का प्रस्ताव लेकर जाना एक फर्जी दारोगा को महंगा पड़ गया. दोनों की दोस्ती फेसबुक के जरिए हुए थी. इसके बाद फर्जी दारोगा ने महिला वकील के आगे शादी का प्रस्ताव रख दिया. इसके बाद जब वो शादी की बात करने वर्दी पहनकर महिला वकील के घऱ पहुंचा तो उसे शक हो गया. महिला ने दारोगा से सीआरपीसी की धाराएं पूछी तो उसकी बोलती बंद हो गई और वो उसका जवाब नहीं दे सका, जिसके बाद महिला ने उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. 


फेसबुक पर हुई दोनों की दोस्ती


दरअसल 3 दिन पहले ही फेसबुक के जरिए महिला वकील और इस फर्जी दारोगा से दोस्ती हुई थी. इसके बाद युवक ने उसके सामने शादी का प्रस्ताव रख दिया. इस पर महिला वकील ने उसके मां-बाप के बारे में सवाल किया तो उसने कहा कि वो अब इस दुनिया में नहीं हैं और वो अकेला ही रहता है. इस पर महिला ने उसे अपने माता-पिता से मिलने के लिए बुलाया. आरोपी युवक ने बताया कि वो लखनऊ के हजरतगंज थाने में तैनात है, जिसके बाद वो महिला वकील से मिलने के लिए उसके घर पहुंच गया.


महिला वकील को ऐसे हुआ शक


आरोपी जब महिला वकील के घर आया तो वो दारोगी की वर्दी ही पहनकर आया ताकि किसी को उस पर शक न हो. उसने महिला के माता-पिता से बात की और शादी का प्रस्ताव दिया. इस दोनों के बीच जब बात हो रही थी तो महिला ने बातों-बातों में उससे सीआरपीसी की धाराओं के बारे सवाल पूछ लिया. जिसका वो जवाब नहीं दे पाया. महिला वकील को उस पर शक हुआ. इसके बाद उसने पुलिस को सूचना दे दी, जिसके बाद पुलिस ने फर्जी दारोगा को गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से एक फर्जी आई कार्ड भी बरामद हुआ है. 


महिला ने खोली फर्जी दारोगा की पोल 


महिला अधिवक्ता ने बताया कि "मेरी इससे फेसबुक के जरिए हुई थी, मैंने इनसे आईडी मांगी तो उन्होंने बताया कि मैं रियल में ब्राह्मण हूं और मेरा नाम सत्यम त्रिपाठी है, मैं थाना हजरतगंज लखनऊ में पोस्टेड हूं और मैं दरोगा हूं. उसने खुद को 2019 बैच का बताया और शादी के लिए कहा. इस पर मैंने उनसे आप एक बार घर पर आओ, फिर हम भी आपके घर आएंगे. इस पर उसने कहा कि घर कैसे आओगे मेरे मम्मी-पापा की तो एक कार एक्सीडेंट में मौत हो गई है, जिसके बाद मामा ने मुझे पाला है और जैसे-तैसे करके मैं ये बना हूं."


महिला वकील ने कहा इसके बाद "मैंने उससे कहा कि आप आईए फिर देखते हैं. ये आए तो हमें शक हुआ. हमने पूछा लिया कि अगर आपको विवेचना मिलती है तो आप कैसे करते हैं, 164 का बयान क्या होता है, लेकिन ये कुछ नहीं बता पाए. फिर हमने एक जानने वाले दरोगा जी को सारी चीजें भेजीं, कि उनका कार्ड देखकर बताएं कि ये सही है या फर्जी. इसके बाद हमने उसे पुलिस लाइन में बुलाया तो ये वहां से भागने की कोशिश करने लगा, वो दारोगा की पूरी ड्रेस में आया था." 


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