UP News: बरेली में हुए प्रदर्शन के बाद आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान ने कहा कि आज का प्रदर्शन किसी की गिरफ्तारी या विरोध के लिए नहीं था. मुसलमानों के दिलों में खौफ बैठा दिया गया है. उसके लिए प्रदर्शन था. हम बताना चाहते हैं कि मुसलमान पत्थरबाज नहीं है. आतंकवादी नहीं है. एकता और भाईचारे में यकीन रखता है. लोग सुकून से आए और उसी शांति के साथ वापस चले गए. अब गेंद हिंदू समाज के पाले में है. वह फैसला करे कि देश में एकता और भाईचारे का माहौल बनाकर रखना चाहते हैं या सरकार की 80 और 20 की पॉलिसी पर अमल करना चाहते हैं.
पीएम मोदी को लेकर कही ये बड़ी बात
हमसे बार-बार कहा जाता है कि घर वापसी कर लें. जैसे हमें 14 सौ साल पहले इस्लाम की रोशनी मिली वही मोक्ष का असली रास्ता है. इस्लाम ने हमें बताया दुनिया के सब इंसान बराबर हैं. छोटा बड़ा ऊंच-नीच इन तमाम चीजों से ऊपर उठकर हमें रास्ता दिखाया. पूरी दुनिया के इंसान राहे निजात चाहते हैं. मोक्ष का रास्ता चाहते हैं. नरेंद्र मोदी हो या कोई और हो अगर उन्हें भी राहे निजात की कहीं तलाश है तो इस्लाम वाहिद रास्ता है. जैसे वह बार-बार दावत देते हैं घर वापसी की, हमने उन्हें आगे आने की दावत दी है. इनविटेशन है कबूल करें या न करें.
सीएम योगी की तारीफ की
मौलाना ने मुख्यमंत्री योगी के काम की तारीफ की. बोले, अच्छाई की अच्छाई करना मेरी जिम्मेदारी है. बुराई की बुराई करना मेरी जिम्मेदारी है. मैंने योगी आदित्यनाथ की जो कार्यप्रणाली देखी, उत्तर प्रदेश के लिए उनका काम देखा, मुझे लगा प्रदेश के लिए उन्होंने सही फैसला लिया. मैं उनकी तारीफ करता हूं. मैं तो यहां तक कहता हूं कि नरेंद्र मोदी को सीख लेनी चाहिए योगी सरकार से कि राजधर्म कैसे निभाया जाता है. मौलाना ने कहा, बुलडोजर को मैं जरूरी मानता हूं. बुलडोजर जरूरी है क्योंकि अतिक्रमण बहुत बढ़ रहा है. नाजायज कब्जे बहुत बढ़ रहे हैं लेकिन किसी ने कोई अपराध कर दिया. उस अपराधी के घर पर बुलडोजर चलाना, इसका मैं विरोधी हूं. अपराधी ने अपराध किया है. उसके घर ने अपराध नहीं किया है. अगर उस अपराधी का घर है. उस पर मुकदमा चलाओ. उसकी जायदाद को कुर्क कर दो. नीलाम कर दो. गरीबों को दान कर दो. लेकिन बिल्डिंग पर बुलडोजर चलाने का मतलब यह है कि आप अपने देश पर बुलडोजर चला रहे हैं. यह अन्याय है और इसकी मैं सख्त मुखालफत करता हूं. बुलडोजर जरूरी है. अतिक्रमण पर चलना चाहिए. नाजायज कब्जों पर चलना चाहिए.
अग्निपथ योजना को लेकर दिया ये बड़ा बयान
अग्निपथ योजना के बारे में मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि कुछ कमअक्ल लोगों ने बैठकर योजना बनाई है. नासमझी के साथ उसका नाम रखा गया और हमारे देश के नौजवानों को छात्रों को बेवकूफ समझ कर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का काम किया गया. अग्निपथ नाम रखने का मतलब ही यह है कि जब अग्नि आ गई तो फिर आग तो लगनी ही थी और वह आग बुझाने का वाहिद रास्ता है कि इन योजनाओं से परहेज करें. वापस लें और छात्रों को बेवकूफ न समझा जाए. छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ मुनासिब नहीं है.
मौलाना ने कहा कि कुछ स्टूडेंट ने अपने गुस्से का प्रदर्शन किया. उसका फौरन नोटिस ले लिया जाता है. गृह मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय मीटिंग करने लगता है. हम इतने दिन से एक छोटी सी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. हमारी बात का नोटिस नहीं लिया जाता. सिर्फ इसलिए कि हम अमन पसंद हैं. अगर हमने भी ट्रेन और बस जलाई होती तो शायद हमारी बात का भी नोटिस ले लिया गया होता. दुनिया में इसका मैसेज खराब जा रहा है. यह देश को नुकसान पहुंचा रहा है. उसको आप नोटिस ले रहे हैं लेकिन जो हाथ जोड़कर बात कर रहा है उसको नहीं सुन रहे. यह अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसलिए अब कोई ज्ञापन सरकार को नहीं दिया जाएगा. अब हम अपनी बात अपनी शिकायत यूएनओ के सामने रखेंगे.