UP News: उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के प्रत्येक जिलों को जैसे ही सरकारी फरमान आया कि, उनके जिले में जितने भी मदरसे हो उनकी जांच कराएं और ऐसे गैर मान्यता प्राप्त मदरसों डाटा बनाकर शासन में भेजें, वैसे ही प्रदेश के सभी जिलों के अफसरान मदरसों की जांच में जुट गए और ऐसी फर्जी मदरसों का चिन्हीकरण करके उनका डाटा तैयार करने लगे.



शासन को भेजा गया जांच रिपोर्ट
बस्ती के भी अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अधिकारी जिले के सभी मदरसों की हकीकत जानने में जुट गए हैं. जिसमें यह पता चला है कि जिले में कुल 386 ऐसे फर्जी मदरसे हैं जो अभी तक संचालित हो रहे थे और सरकार को कानो कान खबर तक नहीं हुई. हैरान कर देने वाली बात यह है कि उत्तर प्रदेश में लगभग 80 प्रतिशत गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की जांच लगभग पूरी हो चुकी है और चौंकाने वाली बात यह है कि पूरे यूपी में बस्ती फर्जी मदरसों के मामले में तीसरे नंबर पर पहुंच गया है. डीएम प्रियंका निरंजन ने इस बारे में कहा कि जांच लिस्ट शासन को भेज दिया गया है. निर्देश मिलने के बाद जो मदरसे पंजीकृत नहीं है उनके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी.


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5200 मदरसों का सर्वे हो चुका है पूरा
उत्तर प्रदेश में 6502 चिन्हित मदरसों में से 5200 का सर्वे पूरा हो गया है. रिपोर्ट में पाया गया है कि मुरादाबाद में 585 गैर मान्यता प्राप्त मदरसे मिले हैं, जिनकी संख्या प्रदेश में सबसे ज्यादा है. वहीं, गाजियाबाद में 139 मदरसे बिना मान्यता के चलते हुए मिले. इनमें से 76 मदरसे लोनी तहसील के हैं. वहीं, मोदीनगर तहसील के 5 और गाजियाबाद सदर तहसील के 58 मदरसे बिना मान्यता चलते पाए गए हैं. इसके अलावा, गोरखपुर में कुल 243 मान्यता प्राप्त मदरसों में से 10 अनुदानित और 142 बिना मान्यता के चलते हुए मिले हैं. इसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है. इतना ही नहीं, कानपुर नगर में  86 गैर मान्यता प्राप्त मदरसे हैं.