Bhadohi Gangrape: उत्तर प्रदेश के भदोही (Bhadohi) जिले में गैंगरेप (Gangrape) की शिकार एक दलित महिला को मुकदमा वापस नहीं लेने पर एक ब्लॉक प्रमुख के परिजनों द्वारा कथित तौर पर धमकी दिए जाने का मामला सामने आया है. पुलिस ने मामले में संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है. पुलिस के अनुसार, प्रयागराज (Prayagraj) जिले के हंडिया क्षेत्र की रहने वाली महिला ने पूर्व बाहुबली विधायक विजय मिश्रा के भतीजे एवं ब्लॉक प्रमुख मनीष मिश्रा और उसके तीन दोस्तों के खिलाफ साल 2019 में भदोही के ऊंज थाना में गैंगरेप का मुकदमा दर्ज कराया था.
गैंगरेप पीड़िता को केस वापस लेने की धमकी
पुलिस के मुताबिक, महिला ने आरोप लगाया था कि उसे खेत में काम करने के बहाने से बुलाकर उसके साथ गैंगरेप किया गया था. इसी मामले को लेकर पीड़िता पैरवी के लिए भदोही आती है. गोपीगंज थाने के प्रभारी निरीक्षक सदानंद सिंह ने बताया कि गैंगरेप की शिकार महिला रविवार को अपने वकील से मिलने भदोही पहुंची थी और जब वह ज्ञानपुर की तरफ जा रही थी, तभी गोपीगंज थाना के पास चौराहे पर मनीष मिश्रा के पुत्र यश मिश्रा, साले संतोष तिवारी, पत्नी बिंदु मिश्रा और एक अन्य व्यक्त राकेश भारती ने उसे कथित तौर पर रोक लिया और मुकदमा वापस नहीं लेने पर जातिसूचक गालियां देते हुए जान से मार डालने की धमकी दी.
पुलिस ने दर्ज किया मामला
प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक, पीड़िता का आरोप है कि 2019 में गैंगरेप का मुकदमा दर्ज कराने के बाद ये चारों लोग हंडिया स्थित उसके आवास पर कई बार आकर पूरे परिवार को ख़त्म करने की धमकी दे चुके हैं. उन्होंने बताया कि इस मामले में पीड़िता की तहरीर पर बिंदु मिश्रा, यश मिश्रा, संतोष तिवारी और राकेश भारती के खिलाफ आईपीसी की धारा 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमानित करना) और 506 (आपराधिक धमकी) के अलावा अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है.
पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने बताया की पूर्व विधायक विजय मिश्रा के सगे भतीजे मनीष मिश्रा पर लूट, हत्या, रेप, राष्ट्रीय सुरक्षा कानून, धोखाधड़ी जैसे गंभीर अपराधों को लेकर कुल 21 मामले दर्ज हैं. वह इस समय वाराणसी की जेल में बंद है.
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